आंगनवाड़ी केंद्र शा प्राथमिक स्कूल में नहीं मिल रहा पानी

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जनपद पंचायत वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत थानेगांव के ग्राम सिरहाटोला स्थित पानी की टंकी परिसर में आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक दो एवं शासकीय प्राथमिक शाला सिरहाटोला एक साथ स्थित है। जहां बीते करीब 6 महीने पहले से पानी की टंकी फुट गयी है जिससे पानी की समस्या बनी हुई है जहां पर परिसर के बाहर स्थित हैंड पंप से पानी लाकर जरूरत को पूरा करना पड़ रहा है। जिससे स्कूल और आंगनवाड़ी में आने वाले बालक बालिका सहित नौनिहालों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है वही मध्यान भोजन बनाने में भी समस्या जा रही है। जबकि उक्त पूरा परिसर में ही नवीन नल जल योजना की पानी टंकी का निर्माण किया गया है ऐसे में उन्हें ही हैंडपंप से पानी लाने की नौबत आ रही है। जिसको लेकर संस्था के संचालकों एवं बच्चों के पलको में आक्रोश प्राप्त है। जिनके द्वारा शासन प्रशासन व जिम्मेदार अधिकारियों से उचित व्यवस्था कराए जाने की मांग की जा रही है।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका बाल्टी से पानी लाने मजबूर

ग्राम थानेगांव की आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 2 सिरहाटोला में स्थित है जहां पर पानी की समस्या बनी हुई है ऐसे में वहां सिरहाटोला के नौनिहाल बच्चों गर्भवती महिला सहित अन्य महिलाएं रोजाना आती है एवं मध्यान भोजन आंगनबाड़ी का वही पर निर्माण किया जाता है। जिसमें पीने के लिए, खाना बनाने के लिए और हाथ पैर धुलने के लिए पानी की जरूरत होती है। इस परिस्थिति में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका या अन्य किसी महिला के द्वारा बाल्टी में परिसर के बाहर से पानी भरकर लाया जाता है जबकि आंगनवाड़ी में हजारों रुपए की लागत से पाइप फिटिंग करवाकर उसमें नल लगवाया गया था परंतु उक्त पाइप और नल को अज्ञात लोगों के द्वारा तोड़ दिया गया है। जिसका कनेक्शन पीएचई के द्वारा स्कूल की पानी टंकी से दिया गया था वह भी खराब होने से 6 महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी समस्या का सुधार नहीं किया गया है जिसके कारण स्थिति यथावत बनी हुई है।

स्कूल के बच्चे हैंडपंप पर पी रहे पानी

उक्त परिसर में प्राथमिक स्कूल सिरहाटोला का संचालन किया जाता है जहां पर शासन की योजना अंतर्गत स्कूल में बच्चों को पीने का शुध्द पानी व्यवस्थित उपलब्ध करवाने पाइपलाइन, पानी की टंकी लगवाकर, हाथ धुलने पानी पीने के लिए स्टेज बनाया गया है जिसमें हजारों रुपए की लागत से यह पूरा कार्य करवाया गया था। परंतु 6 महीने पहले खराब हो गयी थी नल चोरी हो गये थे जिसका सुधार कार्य अभी तक नहीं किया गया है। इसी कारण पाइपलाइन और नल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिसमें वर्तमान तक किसी के द्वारा ध्यान नहीं दिया गया है। ऐसे में स्कूल के बच्चों को परिसर से बाहर हैंडपंप पर या पड़ोस के घर पानी पीने के लिए जाना पड़ रहा है।

स्कूल परिसर में पानी टंकी का किया गया है निर्माण

यहां यह बताना लाजिमी है कि आंगनबाड़ी और प्राथमिक स्कूल एक परिसर में स्थित है इस परिसर में शासन की नल जल योजना के तहत नवीन पानी की टंकी का निर्माण करवाया गया है। जिसके माध्यम से पूरे ग्राम में पानी का वितरण पंचायत द्वारा करवाया जाता है परंतु वह पानी स्कूल और आंगनबाड़ी को प्राप्त नहीं हो पा रहा है उन्हें हैंड पंप पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। यह घटना दीए तले अंधेरा की कहावत को चरितार्थ करता हुआ दिखाई दे रहा है।

आंगनवाड़ी सहायिका अंजू कामड़े ने पदमेंश से चर्चा में बताया कि हमारे आंगनबाड़ी केंद्र के नल में पानी नहीं आता है हमारे सभी नल व पाइपलाइन टूट गए हैं। यह समस्या बहुत समय से बनी हुई है जिसकी जानकारी हमारे द्वारा सुपरवाइजर को बताई गई थी पर अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है जिससे समस्या यथावत है। हमारे द्वारा सामने से हेडपंप का पानी लाते हैं चार से पांच बाल्टी लाने पर भी पर्याप्त नहीं होता है हम चाहते हैं कि यहां जो नल लगा है वह समस्या का समाधान हो। यह हैंडपंप पास में है बच्चे भी हैंडपंप पर जाते हैं हमने अपने अधिकारी को कहा है यह जो पाइपलाइन है वह स्कूल की टंकी से जुड़ी हुई थी परंतु वह टूट गई है जिससे समस्या है।

प्रधान पाठक मोहनलाल मर्सकोले ने बताया कि वर्तमान में पानी की समस्या बनी हुई है नल भी टूटा हुआ है जिसमें पानी की टंकी टूटने की वजह से गर्मी के समय से यह समस्या है। इसमें असामाजिक तत्वों ने गर्मी के समय स्कूल परिसर में घुसकर नाल चोरी कर पाइपलाइन तोड़ दिया जिस कारण से बच्चे बाहर पानी पीने के लिए जाते हैं। अधिकांश हैंडपंप पर पानी पीते हैं और मध्यान भोजन पकाने के लिए भी अपनी हैंडपंप से लाते हैं। 6 माह से अधिक का समय हो गया है गर्मी की बात है इसमें वरिष्ठ अधिकारी व ग्राम पंचायत को जानकारी दी है हम चाहते हैं की सुविधा होना चाहिए।

इनका कहना है

यह समस्या हमारे संज्ञान में नहीं थी क्योंकि किसी ने अवगत कराया नहीं था परंतु ऐसी स्थिति है तो जनशिक्षक एवं प्रधान पाठक से चर्चा कर समस्या के बारे में जानकारी लेकर व्यवस्था बनाने का कार्य किया जाएगा।

सत्येंद्र शरणागत बीआरसी
जनपद शिक्षा केंद्र वारासिवनी

दूरभाष पर चर्चा में बताया कि यह मामला हमारे संज्ञान में है जिसके लिए पीएचई विभाग को हमारे द्वारा बोला गया है जिन्होंने कार्य करने का आश्वासन दिया है और अभी तक नहीं हुआ है तो पुनः एक बार रिमाइंडर किया जाएगा।

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