ऑडिट के नाम पर हमने किसी से नही मांगी रिश्वत

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बुधवार को लोकायुक्त टीम ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर छापामार कार्यवाही करते हुए शिक्षा विभाग के बाबू लक्ष्मीचंद उइके को 20 हजार रु रिश्वत की रकम के साथ रंगेहाथ गिरफ्तार किया था. इस प्रकरण में फरियादी चांगोटोला निवासी उच्च श्रेणी रिटायर्ड शिक्षक लखनलाल लांजेवार द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड 1 राजेंद्र रंगारे और लेखापाल नितिन कोमटवार का स्पष्ट तौर पर नाम लेते हुए उनके द्वारा भी ऑडिट के नाम पर पैसों की मांग करने का आरोप लगाया था. जिस पर अपना ऐतराज जताते हुए लेखापाल कोमटवार और सहायक ग्रेड 1 बाबू राजेश रंगारे ने फिरयादी लखनलाल लांजेवार द्वारा उन पर लगाए गए सभी आरोपों को झूठा व बेबुनियाद बताया है.जिन्होंने रिश्वत के तौर पर कभी भी रकम की मांग ना करने  और इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं होने की बात कहते हुए रिटायर्ड शिक्षक लखनलाल लांजेवार पर कई संगीन आरोप लगाए हैं.जिन्होंने ऑडिट रिपोर्ट में ढेर सारी गलतियां होने और रिकवरी से बचने के लिए जबरदस्ती में उनका नाम भी लपेटे में लेने की बात कही है।
हम पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं-नितिन कोमटवार
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान शिक्षा विभाग के लेखापाल नितिन कोमटवार ने बताया कि जिस दिन छापामार कार्यवाही हुई उसके 2 दिन पूर्व से वे छुट्टी पर चल रहे थे. जिसका आवेदन भी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में उन्होंने दिया था. रिश्वत के इस मामले से उनका कोई लेना देना नहीं है. लांजेवार जी खुद आए थे जिन्होंने कहा था कि कैसा करना है. जिस पर हमने शासकीय नियमअनुसार कार्य करने की बात कही थी. हमने 14-15 तारीख को ही उनका रिकॉर्ड ऑडिट कर दिया था. अब जब लोकायुक्त की टीम ने उइके बाबू को रिश्वत लेते पकड़ा है तो लांजेवार जी जबरदस्ती में हमारा नाम भी घसीट रहे हैं जबकि उनके द्वारा जो रिकॉर्ड पेश किया गया है उसमें कई गलतियां है. 3 वर्षों में उनके द्वारा पेश किया गया वाउचर सही नहीं है.पेमेंट सील नहीं है, टीएल नंबर नहीं है.उन्होंने नियम के विरुद्ध कई कार्य किए हैं जो इन कागजों में साफ देखे जा सकते हैं जिसके चलते हमने नियम अनुसार नेगेटिव ऑडिट रिपोर्ट पेश की है.इसीलिए वे अपनी गलतियों को छुपाने और रिकवरी से बचने के लिए हम पर झूठे आरोप लगा रहे हैं।
जबरदस्ती हमारा नाम ले रहे है -राजेश रंगारे
वही मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान शिक्षा विभाग सहायक ग्रेड 1 बाबू राजेश रंगारे ने बताया कि रिटायर्ड उच्च श्रेणी शिक्षक लांजेवार जी द्वारा हम पर गलत आरोप लगाए गए हैं. सभी आरोप झूठे व बेबुनियाद है. हमने उनका लेखा परीक्षण कराया था उसमें ढेर सारी गलतियां थी. उन्हें समझ आ गया था कि उन पर रिकवरी निकल सकती है. इसीलिए उन्होंने उईके बाबू  के साथ-साथ हमारा भी नाम लपेटे में ले लियाा।

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