कारगिल विजय दिवस की 23वीं बरसी के मौके पर आज पूरा देश उन बहादुर जवानों को याद कर रहा है, जिन्होंने देश की रक्षा में अपनी जान की बाजी लगा दी थी। बहादुर जवानों को याद करते हुए हर देशवासी की आंखों में आंसू हैं, लेकिन सिर गर्व से ऊंचा हो रहा है। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने ट्वीट किया-कारगिल विजय दिवस हमारे सशस्त्र बलों की असाधारण वीरता, पराक्रम और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है।
उल्लेखनीय है कि 1999 में 26 जुलाई के दिन ही भारत ने पाकिस्तान पर कारगिल युद्ध में विजय प्राप्त की थी, जिसकी याद में हर वर्ष इस तारीख को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सेना के शौर्य को याद करते हुए सेना के जज्बे को सलाम किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया-कारगिल विजय दिवस मां भारती की आन-बान और शान का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर मातृभूमि की रक्षा में पराक्रम की पराकाष्ठा करने वाले देश के सभी साहसी सपूतों को मेरा शत-शत नमन।
देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में हाल ही में निर्वाचित राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने भी इस मौके पर सेना की वीरता, पराक्रम और दृढ़ संकल्प को याद किया है। राष्ट्रपति मुर्मू ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कारगिल विजय दिवस हमारे सशस्त्र बलों की असाधारण वीरता, पराक्रम और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। भारत माता की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले सभी वीर सैनिकों को मैं नमन करती हूं। सभी देशवासी, उनके और उनके परिवारजनों के प्रति सदैव ऋणी रहेंगे। इस मौके पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और देश के तीनों सेना प्रमुखों ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया है। थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया।