देश में कोरोना के मामलों में कमी आ रही है, लेकिन कुछ राज्यों में अभी भी चिंताजनक स्थिति है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने देश में कोरोना के हालात पर जानकारी देते हुए बताया कि देश में पिछले हफ्ते सामने आए कोविड-19 के कुल मामलों में से 67.79 प्रतिशत केरल से थे। यह अकेला ऐसा राज्य है, जहां कोरोना के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1 लाख से ज्यादा है। इसके अलावा पांच राज्यों मिजोरम, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में ही 10 हजार से ज्यादा एक्टिव मामले हैं। उन्होंने बताया कि भारत के 34 जिलों में साप्ताहिक संक्रमण दर 10 प्रतिशत से ज्यादा जबकि 32 जिलों में यह 5-10 प्रतिशत के बीच है।
टीकाकरण की स्थिति
देश में टीकाकरण की गति भी बढ़ रही है और सरकार संपूर्ण टीकाकरण के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि भारत की 20 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराकें मिल चुकी हैं, जबकि 62 प्रतिशत को कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है। वहीं लक्षद्वीप, चंडीगढ़, गोवा और हिमाचल प्रदेश के सभी नागरिकों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। देश में रोजाना औसतन 75 लाख टीके लगाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना अभी काबू में है, हालात पहले से बेहतर हुए हैं, केरल में भी मामले कम हुए हैं। लेकिन आने वाले दिनों में त्योहारों को देखते हुए और भी एहतियात बरतना जरुरी है। इसलिए सरकार टीके की स्वीकार्यता, कोविड-19 अनुकूल आचरण, जिम्मेदार तरीके से यात्रा और जिम्मेदारीपूर्वक त्योहार मनाने पर जोर दे रही है।
भविष्य की तैयारी
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, कि देश में 3631 पीएसओ आक्सीजन प्लांट लगने हैं, जिससे 2088 मैट्रिक टन आक्सीजन मिलेगा. जिसमें से केन्द्र की ओर से 1491 और राज्य की ओर से 2140 प्लांट लगने हैं। देश में अभी तक 1595 पीएसए प्लांट बन चुके हैं।