Gwalior PM Modi Talk to Archna News: ग्वालियर। वरूण शर्मा. ग्वालियर में टिक्की का ठेला लगाने वाली अर्चना शर्मा को प्रधानमंत्री कार्यालय से पचास हजार रूपए की आर्थिक मदद भेजी गई है। पीएम स्वनिधि योजना के तहत टिक्की का ठेला शुरू करने वालीं अर्चना शर्मा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौ सितंबर 2020 को वीडियो के जरिए बात की थी। अर्चना से कहा था कि कोई परेशानी हो तो चिटठी लिखना, मैं टिक्की खाने आउंगा। इसके बाद पति की तबीयत खराब होने लगी और लाकडाउन आ गया तो अर्चना ने ठेला बंद कर दिया। पति की तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी और वह पति के इलाज में कर्जदार भी हो गई। अर्चना ने ठेला दोबारा शुरू किया लेकिन गुजारा नहीं हो रहा था। अर्चना की इस पूरी परेशानी को नईदुनिया ने पांच जुलाई 2021 को प्रकाशित किया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीम अर्चना के घर पहुंची और दस्तावेज जुटाए। इसके बाद अर्चना के खाते में पीएमओ की ओर से पचास हजार रूपए की आर्थिक मदद भेजी गई है।
इस मदद से अर्चना ने अपना कर्ज भी लगभग न के बराबर कर लिया और अब वह और उसका परिवार राहत की सांस ले रहा है। अर्चना शर्मा व उनके पति ने नईदुनिया को धन्यवाद दिया कि नईदुनिया की वजह से उनकी परेशानी प्रधानमंत्री तक पहुंच गई और पचास हजार रूपए की मदद मिली।
6 जुलाई 2021: नईदुनिया ने उठाई थी अर्चना की परेशानी
चार शहर का नाका पर रहने वालीं अर्चना पत्नी राजेंद्र शर्मा से नौ सितंबर 2020 को पीएम स्वनिधि योजना के तहत प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी ने आनलाइन बात की थी। अर्चना ने टिक्की का ठेला शुरू किया। पति राजेंद्र शर्मा की बीमारी के कारण अर्चना ने फरवरी से से अप्रैल तक ठेला बंद रखा और पति के इलाज के लिए कर्ज तक लेना पडा। अर्चना के अनुसार उन्हें आयुष्मान कार्ड का थोडा ही लाभ मिला जबकि अस्पताल में ज्यादा खर्च हो गया। इसी कारण अर्चना कर्जदार हो गईं। इस परेशानी पर अर्चना शर्मा से नईदुनिया टीम ने बात की और 6 जुलाई 2021 को इस पूरे मामले को सामने रखा।
फोन आया-प्रधानमंत्री हेल्पलाइन से आपको मदद भेजी है
अर्चना ने बताया कि उन्हें मोबाइल पर फोन आया था कि आपको प्रधानमंत्री हेल्पलाइन की ओर से मदद भेजी गई है,आपको मिल गई है। अर्चना ने खाता चेक कर पुष्टि की और बताया कि पचास हजार रूपए की मदद प्राप्त हो चुकी है। अर्चना शर्मा ने ग्वालियर के बिरला अस्पताल में अपने पति का इलाज कराया था। अर्चन को 27 हजार का लाभ मिला,जबकि पैसा ज्यादा खर्च हुआ। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच कर रही है और जांच प्रतिवेदन जल्द वरिष्ठ अफसरों को सौंपेगी। जांच अधिकारी एसआर कुशवाह ने इसमें जांच की है।
नईदुनिया का धन्यवाद
मैं नईदुनिया को धन्यवाद देती हूं कि मेरी परेशानी को अखबार के माध्यम से उठाया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के अधिकारी सक्रिय हुए। मैने आर्थिक मदद की मांग की थी। पीएम कार्यालय की ओर से पचास हजार रूपए की मदद मिलने से राहत मिली है।