घर के सामने बनी दीवार की वजह से घर में कैद हुए मृतक का 32 घंटे बाद हुआ अंतिम संस्कार !

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नगर के वार्ड नंबर 8 मरारी मोहल्ला में आपसी विवाद के चलते दीवार खड़ी कर दिए जाने से अंतिम संस्कार करने मृत बॉडी को ले जाने रास्ता नहीं मिलने से अंतिम संस्कार नहीं किया जा सक रहा था।

प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा गुरुवार को दोनों पक्षों के लोगो को काफी समझाइश दी गई लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। उसके बाद दिनभर समाज के जिला अध्यक्ष और समाज के लोगों द्वारा भी समझाइश देने पर भी यह नहीं माने। लेकिन शुक्रवार की दोपहर में प्रशासन द्वारा सख्ती दिखाये जाने के बाद मृत भाऊलाल के शव को घर से बाहर निकाल कर ससम्मान विधि विधान के साथ प्रक्रिया कर अंतिम संस्कार के लिए शव को मोक्षधाम ले जाया गया।

आपको बताये कि वार्ड नंबर 8 देवी तालाब के समीप बिंझवार मोहल्ले में निवासरत भाऊलाल अमूलकर का गुरुवार की सुबह 6:30 बजे निधन हो गया था, लेकिन इनके शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने रास्ता नहीं मिल पाने से गुरुवार को अंतिम संस्कार नहीं हो पाया। रास्ता नहीं मिलने का कारण यह है कि उनका पड़ोसी रामलाल के साथ संपत्ति का विवाद चल रहा था जिसके चलते पड़ोसी द्वारा जहा से इनका आना जाना होता था वहां दीवार खड़ी खड़ी कर दिया गया था। जिसके कारण भाऊलाल के परिवार का आना-जाना दूसरे परिचित व्यक्ति के घर से पिछले कई वर्षों से हो रहा था। लेकिन बाद में यह मामला कोर्ट में चला गया और यह मामला न्यायालय में चल रहा है जिसके चलते प्रशासनिक अधिकारी भी उस दीवार को तोड़ने में असमर्थ दिखाई दिए।

गुरुवार को प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मृतक के परिवार को यही समझाईस दिया जाता रहा कि मृत बॉडी को वैकल्पिक रूप से बाहर निकालेंगे लेकिन मृतक का परिवार नहीं मानते हुए दीवार हटाने की जिद पर अड़ा रहा। शुक्रवार को दूसरे दिन भी घर से शव को बाहर निकालने को लेकर गहमागहमी सुबह से ही चलती रही। समाज के लोगों द्वारा पहुंचकर दोनों पक्ष के लोगों से बात की गई लेकिन दोनों ही पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़े रहे। बाद में यह तक स्थिति आई मृतक के परिवार की महिलाएं शव को घर से बाहर ले जाने सामने खड़ी दीवार को तोड़ने के संबंध में शिकायत दर्ज करवाने कोतवाली थाने भी पहुंची।

प्रशासन द्वारा भी शव को बाहर निकलने रास्ता ना बनाते देख परिजनों द्वारा अपने घर के अंदर ही शव को दफन करने का निर्णय लेते हूये घर के अंदर ही गड्ढा खोदना प्रारंभ कर दिया गया। मोहल्ले में ही शव दफन होने की भनक लगते ही आसपास के लोगों में इसको लेकर काफी आक्रोश देखा गया।

दोपहर में करीब 1 बजे एसडीएम के सी बोपचे, तहसीलदार रामबाबू देवांगन सीएसपी अपूर्व भलावी, कोतवाली थाना प्रभारी कमल सिंह गहलोत पहुंचे और शव को बाहर निकालने का प्रयास किया गया लेकिन दोनों पक्ष के लोगों पर उनकी बात का कोई प्रभाव नहीं पड़ा। बाद में तहसीलदार रामबाबू देवांगन द्वारा थोड़ा सख्ती दिखाई गई और वहां मौजूद भीड़ को हटाया गया। जिसके बाद लोगों के सहयोग से घर से समीप की दीवार फांदकर शव को बाहर निकाला गया तथा उसके बाद परिजनों द्वारा शव को अंतिम संस्कार के लिए मोक्षधाम ले जाया गया। यह कहे की 38 घंटे के बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया।

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