हेल्थ एक्सपटर्स की आम लोगों के लिए सलाह है कि डाक्टर के परामर्श के बाद ही वर्कआउट करें। जरुरत से ज्यादा व्यायाम आपकी सेहत पर भारी पड़ सकते हैं। डाक्टरों का कहना है कि ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जब वर्कआउट के बाद लोगों की तबीयत खराब हो गई और उनकी मौत हो गई। दरअसल खुद को सेहतमंद रखने के लिए कई बार लोग अत्याधिक व्यायाम कर लेते हैं। यह शरीर को फायदा पहुंचाने के बजाय नुकसान पहुंचाता है। डाक्टरों का कहना है कि बगैर डाक्टरी सलाह के भारी व्यायाम शरीर के लिए नुकसानदायक होते हैं। मालूम हो कि हाल ही में कामेडियन राजू श्रीवास्तव की वर्कआउट के तुरंत बाद तबीयत बिगड़ गई। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। वे फिलहाल वेंटिलेटर पर हैं और डाक्टर उनकी जान बचाने की जद्दोजहद में लगे हैं। हृदयरोग विशेषज्ञों के मुताबिक जिन लोगों को मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसे कोई रोग हैं उन्हें डाक्टर से जांच करवाने के बाद ही व्यायाम करता चाहिए। प्लेग जमने की प्रक्रिया इतना धीमी होती है कि सामान्यत: व्यक्ति को इसका अहसास ही नहीं होता। कई बार यह भी होता है कि कोई व्यक्ति सालों साल व्यायाम करता रहे लेकिन उसे कोई दिक्कत न हो और एक दिन अचानक दिल का दौरा पड़ जाए। हृदयरोग विशेषज्ञ डा.एके पंचोलिया के मुताबिक दिल की नसों में बचपन से ही एक पदार्थ जमने लगता है। मेडिकल भाषा में इसे प्लेग कहते हैं। जब व्यक्ति अत्याधिक व्यायाम करता है तो हृदय पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इसके चलते प्लेग टूट जाते हैं। प्लेग से निकला पदार्थ रक्त के साथ मिलकर नसों को जाम कर देता है। फलस्वरूप अचानक से दिल की गतिविधियां बाधित हो जाती है। ट्रेडमिल व्यायाम, साइकलिंग, दौड़ना जैसे व्यायाम करते वक्त ऐसा होने की आशंका ज्यादा रहती है।