ढोल ग्यारस पर्व पर भगवान के डोलो की निकाली गई शोभायात्रा

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ढोल ग्यारस पर्व पर 25 सितंबर की शाम 4 बजे प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी मंदिर से डोले में विराजित भगवानों की शोभायात्रा निकाली गई। यह शोभायात्रा नगर के विभिन्न चौक चौराहों और गलियों का भ्रमण करते हुए वार्ड नं. 14 बड़ी नहर पहुंची जहां पूजा अर्चना कर वापस मंदिर आये जहां भगवानों के स्थान पर उन्हे विराजित कर पूजा अर्चना की गई तत्पश्चात प्रसादी का वितरण किया गया। इस दौरान मार्ग के विभिन्न स्थानों पर नगर वासियों के द्वारा डोले को रोककर भगवान की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद ग्रहण कर मनोकामना की गई। इस अवसर पर मंदिर समिति के पदाधिकारी सदस्य सहित श्रद्धालु भक्तगण मौजूद रहे।

इन मंदिरों से निकली शोभायात्रा

डोल ग्यारस के अवसर पर नगर में भगवान को डोले में सवार कर शोभायात्रा निकल गई। यह शोभायात्रा श्री राम मंदिर से प्रारंभ हुई जो नगर के सराफा बाजार स्थित हनुमान लला मनोकामना पूर्ति मंदिर, कृष्ण मंदिर, भगवान लक्ष्मी नारायण मंदिर, पंचायती मंदिर होते हुए शीतला माता मंदिर पहुंची जहां भगवान कृष्ण डोले पर विराजित होकर जलविहार के लिए निकले। उक्त सभी मंदिरों से निकाले गये डोलो के साथ नगरवासी व भक्त गणों ने शोभायात्रा निकाल पूरे नगर का भ्रमण किया।

जगह-जगह भक्तों ने भगवान की करी पूजा

यहां यह बताना लाजिमी है कि मंदिरों से भगवान वर्ष में एक बार जलविहार के लिए निकलते हैं। जिसमें राम मंदिर से प्रारंभ हुई शोभायात्रा नगर के पांच मंदिरों में पहुंची जहां से भगवान की डोले पर शोभायात्रा निकाली गई। इस प्रकार 6 मंदिरों के 6 डोल की शोभायात्रा नगर के वार्ड नंबर 10 सब्जी बाजार होते हुए कटंगी चौक से जय स्तंभ चौक पहुंची जहां से वापस मुख्य मार्ग होते हुए बड़ी नहर पर यह शोभायात्रा पहुची जहाँ विराम कर भगवान का जलविहार किया गया। इस दौरान नगर के विभिन्न चौक चौराहा और गलियों में लोगों के द्वारा भगवान की शोभायात्रा को रोककर उनके दर्शन कर पूजा अर्चना कर आशीर्वाद ग्रहण करते हुए मनोकामना भी की गई।

मंदिरों में हुई विशेष पूजा अर्चना

गैरतलब है कि वर्ष में एक बार फूलडोल ग्यारस का पर्व आता है जिसमें भगवान जलविहार को निकलते हैं इस दौरान प्रत्येक कृष्ण मंदिरों में भगवान की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। इसी कड़ी में नगर के श्री राम मंदिर, हनुमान लला मनोकामना पूर्ति मंदिर सराफा बाजार, कृष्णा मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर, पंचायती मंदिर, शीतला माता मंदिर सहीत क्षेत्र के अन्य मंदिरों में भगवान की पूजा अर्चना कर डोल में उनकी शोभायात्रा निकाली गई। जो नगर का भ्रमण करते हुए बड़ी नहर पर पहुंची जहां भगवान का जलविहार कराने के उपरांत यह शोभायात्रा अपने अपने मंदिरों में पहुंची जहां भगवान की स्थापना कर विधि विधान से पूजा अर्चना के उपरांत आरती कर प्रसाद का वितरण किया गया।

डोल ग्यारस की शोभायात्रा नगर भ्रमण के दौरान वारासिवनी विधायक व अध्यक्ष खनिज विकास निगम प्रदीप जायसवाल अपने कार्यकर्ताओं के साथ शोभायात्रा में शामिल हुये। जहां पर उनके द्वारा भगवान की पूजा अर्चना कर नगर सहित क्षेत्र व प्रदेश में सुख शांति समृद्धि की कामना की गई साथ ही शोभा यात्रा के माध्यम से नगर का भ्रमण भी किया। इस अवसर पर विधायक प्रदीप जायसवाल जसवंत पटेल विवेक एड़े संदीप मिश्रा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

राम मंदिर सदस्य राजेन्द्र कोहाड़ ने पदमेश से चर्चा में बताया कि ढोल ग्यारस पर्व के अवसर पर नगर के राम मंदिर, लक्ष्मीनारायण मंदिर, श्रीकृष्ण मंदिर, शीतला माता मंदिर, हनुमान लला मनोकामना पूर्ति मंदिर, पंचायती मंदिर से ढोल ग्यारस पर्व पर मंदिर से विराजित भगवानों की शोभायात्रा निकाली गई। यह शोभायात्रा नगर का भ्रमण कर बड़ी नहर पहुंचे जहां भगवानों का जलाभिषेक कर वापस मंदिर आये एवं आरती कर प्रसादी का वितरण किया गया। श्री कोहाड़ ने बताया कि शोभायात्रा में नगर के भक्तजनों के द्वारा भगवानों की पूजा अर्चना की है। इस पर्व का महत्व है कि भगवान विष्णु पिछले 4 माह से श्यन मुद्रा में थे उन्हे आज जलविहार नदी तालाब में किया गया है। डोल ग्यारस के अवसर पर भगवान का वर्ष में एक बार शहर का भ्रमण करते है और जलविहार कर मंदिर में विराजित कर पूजा अर्चना की जाती है।

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