वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। जनपद पंचायत खैरलांजी अंतर्गत ग्राम पंचायत बिटोड़ी में वर्ष 2021 में स्वीकृत कचरा घर निर्माण को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां पर 15 अक्टूबर को खैरलांजी नायब तहसीलदार राजस्व अमले के साथ पहुंचकर ग्रामीणों को धरना प्रदर्शन नहीं करने को लेकर समझाइए दी गई। वहीं मौका निरीक्षण कर वस्तु स्थिति की जानकारी लेकर पंचनामा कार्यवाही की गई। इस दौरान दोनों पक्ष मौके पर मौजूद रहे जिसमें उक्त विषय को लेकर तहसीलदार के द्वारा पूर्व में ग्राम पंचायत की ग्राम सभा के प्रस्ताव एवं विभिन्न दस्तावेज की जांच की गई। वहीं पूर्व खैरलांजी तहसीलदार के द्वारा कार्य में लगाई गई रोक पर भी विपक्ष के द्वारा दस्तावेज पेश किए गए। मामले में अंतिम में पंचनामा कार्यवाही कर संबंधित विभाग को जांच के लिए निर्देशित कर दिया गया। इस दौरान राजस्व, जनपद, पुलिस प्रशासन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद रहे।
यह है मामला
प्रदेश सरकार के द्वारा हर पंचायत में कचरा घर निर्माण को लेकर योजना तैयार की गई थी जिसके तहत निर्माण की स्वीकृति जनपद के तहत ग्राम पंचायत को दी जानी थी। जिसमें जनपद पंचायत खैरलांजी के द्वारा ग्राम पंचायत बिटोड़ी में वर्ष 2021 में सेग्रीकेशन निर्माण की स्वीकृति दी गई थी जिसके तहत पूर्व सरपंच के द्वारा ग्राम मैं वर्तमान स्थान का चयन करते हुए निर्माण कार्य प्रारंभ कराया गया था। जियोटेक कर दिया गया था उस समय पूर्व सरपंच तेजराम नगपूरे सहित ग्रामीणों के द्वारा मकान के पास कचरा का निर्माण को लेकर आक्रोश व्यक्त किया गया था। मामले में तहसीलदार खैरलांजी के यहां शिकायत भी की गई थी जिसमें तत्कालीन तहसीलदार के द्वारा निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई थी। इसके बाद वर्ष 2022 में पंचायत चुनाव हुए जिसमें नई पंचायत के द्वारा ग्राम सभा में प्रस्ताव लेकर पुनः कार्य प्रारंभ किया गया है। इस मामले में ग्रामीणों के द्वारा पुनः आपत्ति लगाते हुए तहसीलदार एसडीएम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौप कर मांगे पूरी न होने पर 15 अक्टूबर को धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी गई थी। जिस पर सुबह करीब 10:00 बजे सभी लोग जमा हो रहे थे तभी तहसीलदार खैरलांजी राजस्व अमले एवं पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे जहां ग्रामीणों को समझाइस दी गई कि वह धरना प्रदर्शन ना करें। उसके बाद सभी ग्रामीणों मैं पक्ष विपक्ष के साथ निर्माण स्थल पर पहुंचे जहां सभी से चर्चा करने के उपरांत मामले में पंचनामा कार्यवाही की गई।
पूर्व सरपंच तेजराम नगपुरे ने पदमेश से चर्चा में बताया कि सेग्रीकेशन यानी कचरा घर बनाया जा रहा है हमारा इसके निर्माण को लेकर कोई विरोध नहीं है। बस हम चाहते हैं कि इसका स्थान परिवर्तन किया जाए क्योंकि रहवासी इलाके से लगकर इसे बनाया जा रहा है जबकि यह कचरा घर है बदबू और गंदगी बनी रहेगी। हमारे द्वारा धरना किया जाना था परंतु पहले ही तहसीलदार आ गए जिनके साथ यहां पर आए और वहां पंचनामा बना रहे हैं। हम चाहते हैं कि वर्तमान स्थान से 100 मीटर की दूरी पर यह बनना चाहिए ताकि क्षेत्र में समस्या ना हो वर्ष 2021 में हमारे द्वारा इस पर रोक लगवाई गई थी। 2 वर्ष तक यह नहीं बना फिर इसे बना रहे हैं रोक होने के बाद यह बना रहे हैं इसका मतलब गुंडागर्दी स्पष्ट रूप से दिख रही है। यह अधिकारी और ग्रामीण किसी की नहीं सुनते हैं यहां पर बहुत ज्यादा अतिक्रमण है 3.36 एकड़ मोक्षधाम की जमीन है। यहां पर लोगों ने धान लगाया है जिसमें तहसीलदार में धान काटने के बाद हटाने की बात कही है।
सरपंच प्रतिनिधि कैलाश नगपुरे ने बताया कि ग्राम पंचायत में कचरा घर आया था जिससे पूर्व सरपंच वीरेंद्र नगपुरे ने काम प्रारंभ किया था। उनके द्वारा ग्राम सभा में प्रस्ताव लिया गया था फिर वर्ष 2022 में हम लोग आए तो हमने भी ग्राम सभा में प्रस्ताव लिया। जिसमें 14 पंच सरपंच उपसरपंच के हस्ताक्षर है अब यह कचरा घर जो बना रहे हैं तो ग्रामीण स्तर पर कौन कचरा फेंकता है यहां मोक्ष धाम है लोग आते हैं तो बैठने के लिए जगह नहीं है। धूप में खड़े रहना पड़ता है इसलिए यह एक स्थान हो जाएगा बाकी ग्राम का कचरा तो खेती में जाता है जनता कि सुविधा के लिए हम यह कार्य कर रहे और यहां मकान वालों की हमने सहमति ले लिए हैं। इस कचरा घर में कौन आएगा और यदि नहीं बनाया तो राशि वापस जाएगी स्थान परिवर्तन का हमने भी पता लगाया परंतु नक्शा नहीं बदल सकता इसलिए यही बनाना पड़ेगा।
ग्रामीण दीपक नगपुरे ने बताया कि कचरा घर पर आपत्ति थी इसे नहीं बनना था पूर्व सरपंच के समय से आपत्ति इस पर लगी हुई है परंतु यह बना रहे हैं। आपत्ति के बाद भी कचरा घर का निर्माण हो रहा है और लोगों के घर लगे हुए हैं ऐसे में वातावरण भी खराब होगा आगे चलकर परेशानी होगी। यदि यह दूर हटकर बनेगा तो समस्या नहीं है यहां से 40 फीट आगे बना था तहसीलदार इंजीनियर सभी लोग आए हुए हैं जिनका कहना आ रहा है कि यहीं पर बनना चाहिए। पर यह समस्या को देखते हुए हम विरोध कर रहे हैं प्रस्ताव ग्राम सभा में लिया गया जिसमें कोरमा भी पूरा नहीं था यह एक प्रकार से मनमर्जी की जा रही है।
इनका कहना है
ग्राम पंचायत बिटोड़ी में कचरा घर 2021 से पेंडिंग पड़ा हुआ है और इसी को लेकर के विवाद चल रहा है जिसमें ग्राम पंचायत में दो बार प्रस्ताव लिया जा चुका है। मौके पर जिओ टेक कर दिया गया है काम भी चालू हो गया परंतु एक पक्ष इसे दूसरे स्थान पर बनाना चाहता है और एक पक्ष इसे यही बनना चाहता है ऐसे में विवाद की स्थिति बनी हुई है। जिसको लेकर मौका पंचनामा कार्यवाही कर संबंधित को भेज दिया जाएगा यह जांच का विषय है।