शिव की नगरी ओंकारेश्वर में अव्यवस्थाओं की वजह से बड़ी संख्या में आने वाले शिव भक्तों आए दिन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी भगवान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के दौरान आती है। ऐसे में कई श्रद्धालुओं को बिना दर्शन किए लौटना पड़ता है। नर्मदा के घाटों पर नावें जगह घेरने से श्रद्धालुओं को नहाने के लिए जगह तक नहीं मिल पाती है। ऐसे में स्नान के दौरान हादसे होते है।
वीआईपी गेट श्रीजी मंदिर ट्रस्ट द्वारा दी जाने वाली सुविधा आए दिन वीआइपी के दर्शन प्रथम को लेकर आए दिन विवाद का कारण बनता हैं किंतु सुव्यवस्थित व्यवस्था नहीं होने से आए दिन वाद.विवाद की स्थिति बनी रहती है। ओकारेश्वर की बिगड़ी लचर यातायात व्यवस्था प्रशासन के लिए हमेशा चुनौती बनी रहती है
ओंकारेश्वर बांध परियोजना एनएचडीसी द्वारा नर्मदा की अविरल धारा रोक दी जाती है। चट्टानों पर गिरकर स्नान करना भक्तों के लिए मजबूरी बन गया है। इसके कारण आए दिन तीर्थ यात्रियों को दुर्घटना का सामना करना पड़ता है। घाटों पर जलस्तर एक समान बना रहे इसके लिए संगमघाट पर स्टाप डेम की मांग लंबे समय से लंबित है।