दर्शकों को पसंद आ रही आतंकवादियों की आत्माओं की कहानी

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लंबे इंतजार के बाद संजय पूरन सिंह के निर्देशन में बनी विवादित फिल्म ’72 हूरें’ सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। जब से इस फिल्म के रिलीज का ऐलान हुआ है, तभी से फिल्म काफी चर्चा में बनी हुई है। अब फिल्म काफी विवादों के बाद रिलीज हुई है, जिस पर दर्शकों के रिएक्शन भी आने शुरू हो गए हैं। सोशल मीडिया पर दर्शक इस फिल्म को लेकर तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं। 72 हुरें फिल्म को अनिल पांडे और जुनैद वासी ने लिखा है। फिल्म में पवन मल्होत्रा और आमिर बशीर लीड रोल में हैं। ये फिल्म हिंदी, अंग्रजी, असमिया, बंगाली, भोजपुरी, कन्नड़, कश्मीरी, मलयालम, मराठी पंजाबी, तमिल और तेलुगु सहित 10 स्थानीय भाषाओं में रिलीज हुई है।

ऐसी है फिल्म की कहानी

72 हुरें में दिखाया गया है कि कैसे आतंकवादी बनाए जाने के लिए किसी आदमी का ब्रेनवाश किया जाता है। ये फिल्म दो मृत आतंकवादियों पर आधारित है। ये आतंकवादी खोई हुई आत्माओं के रूप में धरती पर घूमते हैं। दोनों यहां 72 हुरें के आने और उन्हें स्वर्ग ले जाने का इंतजार करते हैं। फिल्म की कहानी को काफी आर्टिस्टिक स्टाइल में बताने की कोशिश की है। निर्माताओं ने ये दिखाने की कोशिश की है कि आतंकवादी और हमलावरों के लिए नरक असल में कैसा दिखता है। फिल्म की शुरुआत एक मौलवी के भाषण से होती है, जो आतंकवादियों को बताते हैं कि अपने मिशन में खुद को बलिदान करने पर सीधे स्वर्ग जाते हैं।

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