जिले की समस्त दुग्ध समितियो द्वारा बकाया भुगतान को लेकर की गई एक दिवसीय हड़ताल सफल रही। जहां करीब 70 से 80 दोनों के दूध का बकाया भुगतान की मांग को लेकर शासकीय दूध डेयरी का गेट बंद कर सहकारी दुग्ध समितियों द्वारा की गई सामूहिक हड़ताल ने सांची दूध संघ जबलपुर प्रबंधन को पूरी तरह से हिला कर रख दिया और जिले से दूध की आपूर्ति ढप होने के चलते आनन-फानन में सांची दुग्ध संघ जबलपुर के प्रशासनिक अधिकारियों को बालाघाट पहुंचना पड़ा। जहां प्रशासनिक अधिकारियों ने बालाघाट पहुंचकर समितियां से बैठक कर पूर्व की भांति दूध की आपूर्ति का कार्य शुरू करने की अपील की। रविवार को नगर के आंबेकर चौक स्थित एक निजी रेस्टोरेंट में आयोजित इस बैठक में साँची दूध संघ जबलपुर के सीईओ डीपी सिंह और क्षेत्रीय प्रबंधक कमल यादव को जिले की दुग्ध सहकारी समितियां की बात माननी पड़ी और उन्होंने दो दिनों के भीतर समितियों को 20 दिनों के दूध का भुगतान करने का आश्वासन दिया। वहीं बकाया भुगतान को भी जल्द समितियो को दिए जाने की बात कही ।जहां भुगतान को लेकर लंबे समय तक चली इस बैठक में दुग्ध जबलपुर और सहकारी दुग्ध समितियो के बीच आपसी सहमति बन गई और समिति के पदाधिकारी ने अपनी यह हड़ताल वापस ले ली। उधर समितियां ने जबलपुर से आए प्रशासनिक अधिकारियों को दूध के भुगतान के लिए मंगलवार तक की मोहल्ला दी है। जिन्होंने दिए गए आश्वासन के तहत मंगलवार शाम तक दूध का भुगतान ना होने पर बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर, दूध संकलन के कार्य का बहिष्कार करने और पशुपालक किसानों को साथ लेकर सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन किए जाने की चेतावनी दी है।
6 करोड़ से अधिक रुपए के बकाया भुगतान को लेकर हड़ताल पर थी समितियां
कृषि प्रधान बालाघाट जिले में दूध उत्पादक किसानों की मदद कर, उनकी आय को बढ़ाने के लिए शासन द्वारा सहकारी दुग्ध समिति का निर्माण कराया गया है।जहां जिले भर की विभिन्न दुग्ध समिति किसानों से दूध लेकर उस दूध को सहकारी दुग्ध संघ बालाघाट के माध्यम से सहकारी दुग्ध संघ जबलपुर को दूध बेचती है।जहां जबलपुर दुग्ध संघ से दूध के पैकेट बनाकर पैकेट के माध्यम से दूध पूरे जबलपुर संभाग में वितरित किया जाता है।लेकिन जो समितियां, सहकारी दुग्ध संघ जबलपुर को दूध बेचने का काम कर रही है उन्हें दूध का भुगतान समय पर नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते दूध उत्पादक किसान समितियों को दूध नहीं दे रहे हैं और निजी डेयरी में दूध जाने से समिति और प्रशासन को नुकसान उठाना पड़ रहा है।बताया जा रहा है कि सहकारी दुग्ध संघ जबलपुर पर 70 से 80 दिनों का करीब 6 करोड़ रुपए का भुगतान सांची दूध संघ जबलपुर द्वारा नहीं किया गया है जिसके चलते जिले की समस्त समितियां ने दूध का संकलन कार्य बंद कर दिया था और समिति द्वारा सामूहिक रूप से हड़ताल शुरू कर दी गई थी ।जिसके चलते सांची दुग्ध संघ को जिले से दूध की सप्लाई नहीं हो रही थी।
बैठक में इन मांगों को पूरा करने की भी लगाई गुहार
प्रशासनिक अधिकारियों और जिले की विभिन्न दुग्ध सहकारी समितियो के बीच हुई इस बैठक में जिले की विभिन्न समितियो के पदाधिकारी ने ना सिर्फ यथाशीघ्र बकाया भुगतान किए जाने की मांग की गई है। बल्कि ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने प्रत्येक 10 दिन के भीतर दूध का भुगतान करने, भैंस का दूध 10रु प्रति फेट ,तो गाय का दूध 40 रु प्रति लीटर सुनिश्चित करने ,दूध समिति के सचिवों को पंचायत के रोजगार सहायक के बराबर मानदेय देने, दूध उत्पादन किसानों को बोनस के रूप में प्रोत्साहन राशि देने और दुधारू पशुओं का निशुल्क बीमा किए जाने की मांग की।
तो करेंगे दूध संकलन बन्द कर करेंगे आंदोलन-बिसेन
आयोजित बैठक को लेकर की गई चर्चा के दौरान जिला सहकारी दुग्ध समिति संघ अध्यक्ष तोपराम बिसेन ने बताया कि हमारी लड़ाई दूध के भुगतान को लेकर थी। करीब 70 से 80 दिनों के दूध का भुगतान हमें नहीं मिला है ।वही दूध की दर में वृद्धि नहीं की जा रही है। इसीलिए सहकारी दुग्ध संघ की सभी समितियो ने सामूहिक हड़ताल की थी। जिस पर आज अधिकारी आए थे उन्होंने कहा है कि 20 जुलाई तक का पेमेंट दो दिनों के अंदर दे देंगे। हमारी मांग थी कि करीब एक माह के दूध का भुगतान किया जाए। हमारा 75 से 80 दोनों का पेमेंट बाकी है जिस पर हमने स्पष्ट कर दिया है कि यदि आगामी समय में भुगतान की स्थिति खराब होती है तो हम संपूर्ण जिले में दूध संकलन का कार्य बंद कर देंगे। यदि मंगलवार तक समितियो को पेमेंट नहीं मिला तो फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी जाएगी
अनिश्चितकालीन हड़ताल के साथ सड़कों पर उतरकर करेंगे आंदोलन- तोमर
वही आयोजित बैठक को लेकर की गई चर्चा के दौरान जिला दुग्ध उत्पादक किसान संघ अध्यक्ष कमलेश परिहार ने बताया कि अधिकारियों के साथ बैठक में भुगतान को लेकर चर्चा हुई है अधिकारियों ने 20 दिनों का भुगतान करने के लिए हमसे दो दिनों की मोहलत मांगी है। यदि इन दो दिनों के भीतर समितियो को दूध का भुगतान नहीं किया जाता तो समस्त समितियां और पशुपालक किसान संघ द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। क्योंकि समय पर पेमेंट नहीं मिलने पर पशुओं को चारा खिलाने में दिक्कत होती है ।दूध का पेमेंट ही नहीं आएगा तो हम पशुपालक किसान पशुओं को दाना चारा कैसे देंगे। करीब 70 से 80 दोनों का भुगतान हमें नहीं मिल पाया है जिससे समितियां को दिक्कत आ रही है ।किसान भी परेशान है यदि आगामी मंगलवार तक हमें पेमेंट नहीं मिला तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। संपूर्ण जिले से दूध का संकलन कार्य बंद किया जाएगा और सहकारी दुग्ध समिति और दुग्ध उत्पादक किसान संघ द्वारा सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा।