दुधी। ग्राम पंचायत बलवारी में प्रधानमंत्री नल-जल योजनांतर्गत बनाई गई टंकी से करीब 800 परिवारों को 12 महीने पानी मिल रहा था। हालांकि विभाग पानी की पूर्ति पूर्ण रूप से नहीं कर पा रहा था। ऐसे में विद्युत वितरण कंपनी द्वारा 2 लाख से अधिक का बिल बकाया होने के चलते 19 जनवरी को पेयजल टंकी का बिजली कनेक्शन काट दिया गया। जिसका खामियाजा अब ग्रामीणों को उठाना पड़ रहा है। टंकी बनाने वाले ठेकेदार ने ग्रामीणों को बताया था कि दो साल तक बिना किसी शुल्क ग्रामीणों को पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
जिम्मेदारों की लापरवाही का आलम यह है कि नल-जल समिति के सदस्यों को भी नहीं पता है कि कब से कब तक वसूली करना है या नहीं। गर्मी का समय नजदीक आ गया है। पानी की आवश्यकता अधिक होने लगी है। इससे अब ग्रामीण कहां जाए, यह उन्हें समझ नहीं आ रहा है। पंचायत के जिम्मेदारों ने स्पष्ट रूप से अपने हाथ पीछे खिंचकर पीएचई पर जिम्मेदारी डाल दी है।
महिलाएं खेतों से पानी लाने को मजबूर
ग्राम की महिला भूरी बाई, मनीषा, लक्ष्मी बाई, कौशल्या बाई ने बताया कि ग्राम पंचायत और पीएचई विभाग की लापरवाही के बीच अब पूरा गांव परेशानियों का सामना कर रहा है। हम खेतों, कुओं व पास की कारम नदी से पानी लाने को मजबूर हैं, क्योंकि ना तो इस ओर पंचायत ध्यान दे रही है और ना ही पीएचई विभाग।
क्या कहते हैं जवाबदार
टंकी बनाने वाले ठेकेदार को टंकी का दो साल तक संचालन करना है। फिलहाल ठेकेदार ने ग्राम पंचायत को टंकी हैंडओवर नहीं की है। ऐसे में जवाबदेही पीएचई व ठेकेदार की ही रहेगी।