कोरोना ने पूरे प्रदेश को बुरी तरह से चपेट मे ले लिया है। छोटे-छोटे जिलों में भी 100 से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। इन जिलों में मरीजों को भर्ती करने के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं होने की वजह से परिजन उन्हें बड़े शहरों में लेकर आ रहे हैं, लेकिन बिस्तर नहीं मिल पा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार सोमवार को प्रदेश के सभी 52 जिलों में मरीज मिले हैं। भिंड और अशोकनगर को छोड़ दें तो सभी 52 जिलों में 50 से ज्यादा मरीज सामने आए हैं। 39 जिलों में 100 से ज्यादा संक्रमित मिले हैं। 54,787 सैंपल की जांच में 12,727 मरीज मिले हैं। इस तरह संक्रमण दर 25 फीसद रही। इसका मतलब यह है कि जांच कराने वाला हार चौथा व्यक्ति संक्रमित मिल रहा है। पिछले 10 दिन में संक्रमण दर 10 से बढ़कर 25 फीसद पर पहुंची है। प्रदेश में सबसे ज्यादा मरीज इंदौर में और इसके बाद भोपाल में मिल रहे हैं। भोपाल में तो जांच कराने वाला हर तीसरा व्यक्ति पॉजिटिव मिल रहा है। प्रदेश के 29 जिलों में मिलाकर 77 मरीजों ने सोमवार को कोरोना के चलते दम तोड़ दिया है। हालांकि, यह सरकारी आंकड़े हैं । विश्राम घाट के आंकड़े बताते हैं कि मौतों का आंकड़ा इससे कई गुना ज्यादा है। अकेले भोपाल के अस्पतालों में हर दिन 100 से ज्यादा मरीजों की मौत हो रही है।
25 अप्रैल तक एक लाख पहुंच सकती है सक्रिय मरीजों की संख्या
प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या 25 अप्रैल तक एक लाख पर पहुंच सकती है। 19 अप्रैल को रात 12 बजे की स्थिति में प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या 78, 271 थी। इसी तरह से मरीजों की संख्या बढ़ी तो 25 अप्रैल तक प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या एक लाख से ऊपर पहुंच जाएगी। 30 अप्रैल तक 1 लाख 80 हजार सक्रिय मरीज होने का अनुमान स्वास्थ्य विभाग ने लगाया है। सबसे ज्यादा सक्रिय मरीज इंदौर में 12,324 इसके बाद भोपाल में 9037 हैं।