बालाघाट (पद्मेश न्यूज)। वर्तमान युग में यदि किसी भी विषय के बारे में आपको विस्तृत में जानकारी चाहिए तो आप तत्काल मोबाइल पर गूगल के माध्यम से उस विषय पर जानकारी लेने की कोशिश करते हैं। इसीलिए शासन द्वारा प्रत्येक जिले की जिलेवार एक वेबसाइट बनाई गई है जिसमें उस जिले की सभी जानकारियां फिट की गई है। लेकिन उस साइड को समय-समय पर अपडेट नहीं किया जा रहा। नतीजा यह वेबसाइट लोगों को सही और अपडेट जानकारी नहीं दे पा रही। बालाघाट जिले की वेबसाइट को जब हम ओपन करते हैं तो उसकी मुख्य पेज पर जिले के भीतर स्थित ग्राम पंचायत, नगर पालिका और तहसील की जानकारी दी गई है।
692 पंचायत नही 722 पंचायत
वैसे तो लगभग 2 वर्ष पूर्व परिसीमन के माध्यम से जिले की ग्राम पंचायत की संख्या 692 से बढक़र 722 हो चुकी है लेकिन साइड अभी जिले के भीतर 692 पंचायत की जानकारी दे रही है।
जिले में 14 महाविद्यालय
यदि आप इस वेबसाइट के माध्यम से जिले के शिक्षण संस्थानों के विषय में जानकारी लेना चाहते हैं तो इसे भी अपडेट करने की बहुत अधिक जरूरत है। साइड में महज जिले के वारासिवनी, बालाघाट कॉलेज के विषय में जानकारी दी गई है। आपको बता दें कि जिले के भीतर 14 शासकीय महाविद्यालय जो जानकारी वेबसाइट में अपडेट नहीं की गई है।
अधिकारी बदले नही बदली जानकारी
ऐसा नहीं है कि साइट को साइट को समय-समय पर अपडेट नहीं किया जा रहा है अपडेट तो किया जा रहा है लेकिन इस अपडेशन में पूरा काम नहीं किया जा रहा है तभी तो इस साइड में बीते 2 वर्ष पूर्व जिले की कमान संभालने वाले कलेक्टर दीपक आर्य और पुलिस विभाग के कप्तान अभिषेक तिवारी का नाम अंकित है लेकिन वहीं दूसरी ओर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौतम सोलंकी के स्थान पर अभी उनकी पूर्व के अधिकारी प्रतिपाल सिंह महोबिया का ही नाम वेबसाइट में दिखाई दे रहा है।
दर्जनभर और जानकारी नही अपडेट
इसी तरह ऐसी कई महत्वपूर्ण 1 दर्जन से अधिक जानकारियां हैं जिसे अपडेट नहीं किया गया है इस कारण निश्चित ही बालाघाट के विषय में जानकारी लेने वाले व्यक्ति को अधूरी जानकारी मिलना तय है।