बालाघाट की दो बेटियां बनी एसडीओ, आकांक्षा और ऋषिका है सगी बहनें

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बालाघाट की दो बेटियां सगी बहनें आकांक्षा उइके और ऋषिका उइके ने एसडीओ बनकर बालाघाट जिले का नाम मध्य प्रदेश में रोशन कर दिया है। आकांक्षा अब मध्य प्रदेश अभियांत्रिकी सेवा में एसडीओ पद पर अपनी सेवाएं देंगी, तो वहीं आकांक्षा की छोटी बहन ऋषिका मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन बिजली विभाग जबलपुर में अपनी सेवाएं देगी। यह दोनों होनहार बेटियां बालाघाट शहर की रहने वाली है। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा से रिटायर्ड एसडीओ रमेश कुमार उइके और बालाघाट शासकीय पॉलिटेक्निक की वरिष्ठ व्याख्याता श्रीमती कांति उइके निवासी बालाघाट शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय की पुत्रियां आकांक्षा और ऋषिका बचपन से ही बहुत अधिक होनहार थी। आकांक्षा ने वर्ष 2019 में ग्वालियर के एमआईटीएस कॉलेज से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से स्नातक की पढ़ाई की उसके बाद बिजली विभाग में इंजीनियर के पद पर चयन हो गया। लेकिन बचपन से ही कुछ बड़ा करने की चाहत उनके अंदर बनी हुई थी इस बात को मन में लेते हुए उन्होंने बैतूल में बिजली विभाग की नौकरी के साथ-साथ एमपीपीएससी की तैयारी को जारी रखा और बीते दिनो उनका चयन मध्य प्रदेश राज्य अभियांत्रिकी सेवा में एसडीओ के पद पर हो गया। आपको बता दें कि इस दौरान आकांक्षा का तीन और सर्विस के लिए चयन हुआ जिसमें डब्लू आर डी, मध्य प्रदेश हाउसिंग बोर्ड और मध्य प्रदेश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग क्रमशः तीनों विभाग में भी सब इंजीनियर पद के लिए चयन हुआ है। इसी तरह आकांक्षा की छोटी बहन ऋषिका ने इंदौर के डीएबीवी महाविद्यालय से वर्ष 2022 में सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई पूरी की और उसके बाद गेट की तैयारी शुरू कर दी। गेट की परीक्षा के रिजल्ट के आधार पर उनका चयन मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन जबलपुर में एसडीओ पद पर हो गया। निश्चित ही बालाघाट की इन दोनों बेटियों ने एसडीओ बनने में सफलता प्राप्त की, जो जिले ही नहीं प्रदेश की अन्य बेटियों के लिए एक मिसाल है की अथक प्रयास और मेहनत करने से सफलता जरूर मिलती है।

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