सरकार द्वारा किसानों की समस्याओं पर ध्यान रखने और सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात तो बहुत की जाती है लेकिन धरातल पर किसानों को सुविधाएं नहीं मिल पाती है। किसान पिछले कुछ माह से डीएपी खाद के लिए जद्दोजहद करते हुए देखे जा रहे हैं इसके लिए बीते दिनों जिले के कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों द्वारा आंदोलन किया गया इसके बावजूद भी डीएपी खाद की समस्या बनी हुई है।
बताया जा रहा है कि पिछले दिनों किसानों द्वारा आंदोलन किए जाने पर सहकारी सोसायटियो में डीएपी खाद उपलब्ध कराया गया लेकिन डीएपी खाद का जितना आवंटन सोसाइटीयो में पहुंचा वह किसानों की मांग के आगे बौना साबित हुआ। डीएपी खाद लेने वाले किसानों की तादात इतनी अधिक थी कि सोसाइटी में पहुंचा डीएपी खाद 2 से 3 दिन में ही समाप्त हो गया। वही अब भी बड़ी संख्या में किसान डीएपी खाद का इंतजार कर रहे हैं।
किसानों का कहना है कि सोसाइटी में डीएपी खाद नहीं मिलने के कारण उन्हें बाजार से अधिक कीमत पर डीएपी खाद खरीदना पड़ रहा है। खाद समय पर उपलब्ध नहीं होने के कारण उनकी फसल भी प्रभावित हो रही है।
वहीं दूसरी ओर किसानों की समस्याओं को लेकर कांग्रेस सत्तासीन सरकार पर हावी दिखाई दे रही है। जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष शेषराम राहंगडाले ने बताया कि जिले की अधिकांश सोसाइटियो में डीएपी खाद नहीं है जिसके कारण किसान बेहद परेशान हैं किसानों की समस्याओं को लेकर ही 24 अगस्त को रजेगांव में कांग्रेस द्वारा आंदोलन किया जा रहा है।
वृहताकार सहकारी समिति बालाघाट के सहायक प्रबंधक जियालाल लिल्हारे ने बताया कि पिछले दिनों 16 अगस्त को डीएपी खाद का आवंटन मिला था जिसे किसानों को वितरित कर दिया गया है वर्तमान में सोसाइटी में डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है।