राजधानी के बरकतउल्ला विश्वविद्यालय (बीयू) ने बीए प्रथम वर्ष की परीक्षाओं के रिजल्ट जारी कर दिए हैं। जारी परीक्षा परिणाम के तहत करीब 60 प्रतिशत विद्यार्थी भी चार क्रेडिट नहीं ला पाए हैं। इस कारण उन्हें पूरक मिला है और रिजल्ट खराब हुआ है। इस बार परीक्षा नई शिक्षा नीति के तहत आयोजित की गई थी। अब परीक्षार्थी पुनर्मूल्यांकन की मांग कर रहे हैं। वहीं 400 विद्यार्थियों के खिलाफ नकल प्रकरण दर्ज होने के कारण नतीजे रोके गए हैं। इस परीक्षा में करीब 34 हजार विद्यार्थी शामिल हुए थे। इसमें से 10,345 विद्यार्थी पास और 22 हजार की पूरक आई है। शुक्रवार को प्रथम वर्ष के करीब 50 विद्यार्थी कुलपति और कुलसचिव से मिलने पहुंचे थे। सभी ने उत्तरपुस्तिकाओं के पुनर्मूल्यांकन की मांग की। इस पर कुलपति प्रो. एसके जैन ने विद्यार्थियों को उनकी उत्तरपुस्तिका भी दिखवाई और उन्हें किस तरह से कम क्रेडिट मिले, इसकी जानकारी भी दी। बता दें कि पिछले सत्र से यूजी प्रथम वर्ष से राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की गई है। इसके तहत बीयू ने पहले बीबीए, बीएससी, बीकाम और बीएससी होमसाइंस के रिजल्ट जारी किया। इसमें भी 300 से अधिक विद्यार्थियों को फाउंडेशन कोर्स में जीरो नंबर दिया गया है। इस कारण सभी को अब सप्लीमेंट्री परीक्षा में शामिल होना पड़ेगा। बीयू का बीए का परिणाम 30.59 प्रतिशत रह। बीएससी का परिणाम 51.52 प्रतिशत और बीकाम का 63.95 प्रतिशत रहा। सभी परीक्षाओं में विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री अधिक आई है। विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव शैलेंद्र जैन का कहना है कि सभी की फाउंडेशन कोर्स में ही गड़बड़ी हुई है। इस बार विद्यार्थियों को ओएमआर शीट पर वस्तुनिष्ठ प्रश्न के उत्तर लिए गए थे। विद्यार्थियों ने एक ही प्रश्न के अधिक जवाब दिए और जवाब देकर उसे काट दिया। इस कारण सभी के रिजल्ट में गड़बड़ी हुई है। सभी विद्यार्थी अगले माह होने वाली पूरक परीक्षा में शामिल होंगे। इस बारे में बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल के कुलपति प्रो.एसके जैन का कहना है कि ओएमआर शीट के माध्यम से परीक्षा देने के कारण विद्यार्थी समझ नहीं पाए हैं। इसके लिए अगले साल के लिए विद्यार्थियों को ओएमआर शीट के बारे में समझाया जाएगा, ताकि रिजल्ट में गड़बड़ी न हो सके।