बिजली वितरण कंपनी का पेपर लेस बिजली बिल की तैयारी कर रही है। जल्द ही प्रत्येक उपभोक्ताओं के व्हाट्सएप नंबर, ईमेल आईडी और कीपैड वाले मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से बिजली बिल भेजे जाएंगे। जिले के भीतर भी इसके लिए वरिष्ठ स्तर से तैयारियां शुरू कर दी गई है। सब कुछ ठीक रहा तो मई माह से मोबाइल पर बिजली बिल आना शुरू हो जाएगा।
बिजली वितरण कंपनी के कार्यपालन यंत्री लक्ष्मण सिंह ने बताया कि आगामी महीने में कंपनी कागज वाले बिजली बिल का वितरण करना बंद कर देगी। वरिष्ठ स्तर पर सॉफ्टवेयर पूरी तरह से अपडेट किया जा रहा है। पेपर लेस बिल के लिए उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर अपडेट करने का लगभग 85 फ़ीसदी काम पूरा हो चुका है।
पेपर लेस बिल योजना से सबसे अधिक मीटर आवाज को सुविधा होगी। उन्हें केवल अपने मीटर की रीडिंग लेनी होगी। बिल बांटने का झंझट समाप्त हो जाएगा। वहीं दूसरी और उपभोक्ताओं की शिकायत भी दूर हो जाएगी कि उन्हें समय पर बिजली बिल नहीं मिला।
बिजली बिल को पेपरलेस करने से पहले इस बात की पुख्ता जानकारी ले ली जा रही है कि कौन सा उपभोक्ता किस तरह का मोबाइल का उपयोग करता है। जो उपभोक्ता एंड्राइड मोबाइल चलाता है उसे व्हाट्सएप के माध्यम से पूरा का पूरा बिजली बिल भेज दिया जाएगा। जो उपभोक्ता कीपैड मोबाइल चलाते हैं उन्हें एसएमएस के माध्यम से बिजली बिल की जानकारी दी जाएगी।
इस दौरान जानकारी मिल रही है कि जैसे वर्तमान समय में बहुत से उपभोक्ता ऑनलाइन बिजली बिल जमा कर रहे हैं जिन्हें मोबाइल पर पहले सूचना मिल जाती है। उसके काफी दिन बाद उन्हें बिजली बिल प्राप्त होता है। बिजली बिल को पेपरलेस करने से उपभोक्ताओं को बिजली बिल मोबाइल पर उपलब्ध हो जाएंगे। समय से पहले बिजली बिल मिलने से बिल जमा जल्दी होगा। जिससे रेवेन्यू भी जल्दी प्राप्त होगा। जिस कारण बिजली वितरण कंपनी को वसूली सहित अन्य समस्याओं से भी काफी हद तक निजात मिलने की उम्मीद लगाई जा रही है।
हालांकि पेपरलेस बिजली बिल योजना में अभी घरेलू उपभोक्ता और कमर्शियल उपभोक्ताओं को शामिल किया गया है कृषि पंप वाले उपभोक्ताओं को इस योजना में शामिल नहीं किया गया है। उसके पीछे बड़ी वजह यही बताई जा रही है कि शासन द्वारा समय-समय पर कृषि पंप उपभोक्ताओं को सब्सिडी सहित अन्य लाभ दिए जाते हैं। वहीं उनके बिजली बिल 3 से 6 महीने या फिर वर्ष भर में एक बार जारी किए जाते हैं।