रामपायली चौक  बना ऐक्सीडेंटल पाईंट

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नगर के सबसे व्यस्तम मार्ग पर शुमार रामपायली चौक जिसे स्थानीय भाषा में कॉलेज चौक के नाम पर भी पहचाना जाता है। गर्रा नवेगॉव मार्ग बनने के बाद से ही इस मार्ग पर बहुतायात संख्या में आवागमन होता है। गर्रा नवेगॉव मार्ग एक अन्र्तराज्जीय मार्ग है। जहां से महाराष्ट्र होते हुये हैदराबाद तक जाया जा सकता है। कॉलेज चौक के पास ही जिले का सबसे पुराना शासकीय महाविद्यालय है जहां पूरे ६० ग्राम पंचायत जो वारासिवनी जनपद पंचायत अंर्तगत आते है यहा के काफी छात्र छात्रा विद्या अध्यन करने आते है वही खैरलांजी जनपद पंचायत के भी छात्र इस महाविद्यालय में शिक्षा अध्ययन करने पहुॅचते है। ऐसे में छात्र छात्राओं के साथ ही इस स्थान पर रहने वाले लोग भी अब यह मांग करने लगे है कि मार्ग पर ट्रेफिक व्यवस्था बनाई जाये साथ ही जो अनाधिकृत रूप से यात्री वाहन खड़े होते है उन पर रोक लगाई जाये।

अंर्तराज्जीय मार्ग

गौरतलब है कि रामपायलीचौक से होते हुये रामपायली खैरलांजी मोवाड़ भौरगढ़ होते हुये महाराष्ट्र राज्य के तुमसर भंडारा नागपुर तक आवागमन किया जाता है। इस मार्ग पर करीब २ से अधिक दर्जन बसे  महाराष्ट्र राज्य की तरफ दौड़ती है।  ऐसे में मार्ग में यातायात का काफी गहरा दबाव रहता है। वही कुछ शासकीय विभाग व महाविद्यालय भी इसी मार्ग पर पड़ता है। ऐसे में मार्ग का यातायात सुरक्षित करने  इस मार्ग पर पुलिस कर्मीयों की तैनाती होना अनिवार्य हो गया है।

दुर्घटना के नाम से भी पहचाना जाता है चौक

जानकारों के मुताबिक यह मार्ग जहां रामपायली होते हुये महाराष्ट्र को जोड़ता है वही क्षेत्र की करीब एक दर्जन से अधिक ग्राम पंचायत जो डोंगरमाली से जुड़ी हुई उसे भी जोडऩे का कार्य करता है। चौक से एक तरफ जहा रामपायली के लिये यात्री वाहन व अन्य वाहन जाते है तो वही दूसरी तरफ सिकन्द्रा, कोस्ते, डोंगरगॉव, मेढ़की व डोंगरमाली, सेलोटपार  तक के लिये भी वाहन प्रतिदिन अनगिनत संख्या में रवाना होते है। ऐसे में मार्ग पर काफी यातायात का भारी दबाव बना रहता है।

छात्र छात्राओं का भारी संख्या में रहता है चौक पर जमावड़ा – राकेश

पद्मेश को जानकारी देते हुये प्राईवेट शिक्षण संस्था के व् याख्याता  राकेश मिश्रा ने बताया कि मार्ग पर आये दिन सड़क दुर्घटना होनाअनिवार्य हो गया है। में जिस स्कूल में पढ़ाता हूॅ उस स्कूूल के छात्र भी इसी चौक पर उतरकर स्कूल तक आते है। वही जिले का सबसे बड़े महाविद्यालय में भी क्षेत्र के छात्र उतरकर महाविद्यालय पहुॅचते है। ऐसे में इस चौक पर किसी प्रकार की बेरिकेटिंग तक नही है। जिसकी वजह से चौपहिया या यात्री वाहन डंपर सभी बेलगाम ढ़ंग से दौड़ रहे है। वही यात्री वाहन कई कई समय तक बीच सड़क पर खड़े रहते है जिससे भी यातायात काफी प्रभावित होने के साथ ही दुर्घटना की संभावना को बल मिल रहा है।

तैनात की जाये पुलिस  – अमूज बंसोड़

इसी तरह अमूज ने बताया कि  वे सिकन्द्रा निवासी है प्रति दिन उनका इस चौक से आना जाना रहता है। हमेशा यात्री वाहन व अन्य दूसरे वाहन भी चौक पर खड़े रहते है। जिससे यातायात अवरूध्द हो जाता है। जबकि यह वारासिवनी का महत्तवपूर्ण चौक है जहा पुलिस व्यवस्था के साथ ही खड़े हो रहे वाहनों पर अंकुश लगाये जाना अति जरूरी हो गया है।

४ दिवस पूर्व बाल बाल बचे थे महाविद्यालय के प्राचार्य

यहां यह बताना लाजमी है कि ४ दिवस पूर्व शासकीय शंकरसाव पटेल महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.प्रवीण श्रीवास्तव जब महाविद्यालय के लिये आ रहे थे तभी उनकी कार को भी इसी चौक पर एक अज्ञात ट्रक ने टक्कर मारकर उनकी कार का साईड़ मिरर व दरवाजे को टक्कर मारकर फरार हो गया था। जिसकी बकायदा उन्होने स्थानीय थाना में लिखित रिपोर्ट भी दर्ज कराई है।

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