लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने संसद में चक्रव्यूह के जरिए नरेद्र मोदी सरकार को सदन में जमकर घेराव किया। बजट, अग्निवीर योजना, बेरोजगारी के साथ ही पिछड़ा और दलित वर्ग को साधने के लिए उनका जोर जातिगत जनगणना पर रहा। राहुल गांधी ने कहा कि 20 अफसरों ने देश का बजट बनाने का काम किया है, लेकिन इनमें से सिर्फ एक अल्पसंख्यक और एक ओबीसी हैं और उनमें दलित व आदिवासी एक भी नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि देश के पिछड़े लोग अभिमन्यु नहीं, अर्जुन हैं। राहुल ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पहला कदम इंडिया गठबंधन ने ले लिया है। पीएम के कॉन्फिडेंस को हमने हिला दिया। मेरे भाषण में अब वो कभी नहीं आएंगे। 1 जुलाई को संसद सत्र की शुरुआत में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर राहुल गांधी ने संसद में अपना पहला भाषण दिया था। इस भाषण की शुरुआत उन्होंने संविधान की कॉपी और भगवान शिव की तस्वीर दिखाकर की थी। उस वक्त भी राहुल गांधी ने इस भाषण में अभय मुद्रा का जिक्र किया जिसकी काफी चर्चा हुई। राजनीतिक विश्लेषकों से यह जानते हैं कि क्या वाकई में राहुल ने पीएम मोदी के आत्मविश्वास को हिला दिया है या कुछ और बात है?
मोदी पर आरोप, पद्मव्यूह वाले लोग हैं, देश का नेचर नहीं समझते
राहुल गांधी ने बजट से पहले की हलवा वाली रस्म का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि इस सरकार में दो-तीन प्रतिशत लोग ही हलवा तैयार कर रहे हैं और उतने ही लोग हलवा खा रहे हैं और शेष हिंदुस्तान को यह नहीं मिल रहा है। राहुल गांधी ने दावा किया कि इस बजट के बाद देश का मिडिल क्लास भी बीजेपी का साथ छोड़ रहा है जो इंडिया गठबंधन के लिए एक अवसर भी है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर और राजनीतिक एक्सपर्ट डॉ. राजीव रंजन गिरि कहते हैं कि राहुल के तेवर जिस तरह से आक्रामक हुए हैं और सत्ता पक्ष उतनी तीव्रता से उनको जवाब नहीं दे पा रहा है, ये भारत की राजनीति में आने वाले दिनों के लिए बड़ा संकेत है। राहुल जिस तरह से भाजपा सरकार पर जिस तरह से हमले कर रहे हैं, उससे इतना तो तय है कि मोदी सरकार 2014 या 2019 जैसे रंग में जवाब नहीं दे पा रही है। इसके पीछे कहीं न कहीं लोकसभा चुनाव में भाजपा का 400 पार जैसी उम्मीद से काफी पीछे रह जाना भी है।
चुनावी रिजल्ट से उत्साहित राहुल लगातार कर रहे हमले
राहुल गांधी के कहा कि देश के पिछड़े लोग अभिमन्यु नहीं है अर्जुन हैं। राहुल गांधी अपने भाषण में इंडिया गठबंधन को लेकर आए और पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहला कदम इंडिया गठबंधन ने ले लिया है। पीएम के कॉन्फिडेंस को हमने हिला दिया। मेरे भाषण में कभी नहीं आएंगे अब। पद्मव्यूह वाले लोग हैं उनको देश का नेचर समझ नहीं आया। राजीव रंजन गिरि बताते हैं कि चुनावी रिजल्ट से उत्साहित होकर राहुल ऐसे हमले कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें ये पता है कि उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं है, जबकि पाने के लिए बहुत कुछ है। भाजपा अभी जदयू और टीडीपी के सहयोग से सरकार चला रही है। राजनीति में कब कौन पलटी मार जाए, ये कहा नहीं जा सकता है। ऐसे में हर बात की संभावना बनी रहती है। जैसा कि खुद राहुल पहले ये दावे कर चुके हैं कि ये सरकार ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है।