नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच सीमा समझौता होने के बाद चीजें तय कार्यक्रम के आधार पर आगे बढ़ रही है। लंबे समय तक अड़ियल रुख अपनाने वाले ड्रैगन की चाल बदल चुकी है। चीन में पीएम मोदी की शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद ही इस बदलाव के संकेत मिलने लगे थे। अब ब्राजील में जी-20 की बैठक में बात आगे बढ़ी है। यहां विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने समकक्ष वांग यी से मुलाकात की। इसके साथ ही जयशंकर ने चीन के रुख को लेकर तस्वीर भी साफ कर दी।
ड्रैगन पर क्या बोले जयशंकर?
एलएसी के पास टकराव के दो बिंदुओं से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद दोनों पक्षों के बीच यह पहली उच्च स्तरीय बातचीत थी। जयशंकर और उनके चीनी समकक्ष वांग यी ने जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर एक बैठक में पूर्वी लद्दाख के डेमचोक और देपसांग की सीमाओं से सेनाओं की वापसी की प्रक्रिया की समीक्षा की।
जयशंकर की मुलाकात से पहले संकेत
जयशंकर-वांग यी बैठक से पहले, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि देश पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी के बीच बनी महत्वपूर्ण आम समझ को क्रियान्वित करने के लिए तैयार है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह बात जी 20 शिखर सम्मेलन के मौके पर पीएम मोदी और शी के बीच बैठक की संभावना पर एक सवाल का जवाब देते हुए कही।
प्रवक्ता ने साफ किया कि चीन दोनों देशों के नेताओं के बीच महत्वपूर्ण आम समझ को क्रियान्वित करने, संचार और सहयोग बढ़ाने और रणनीतिक आपसी विश्वास को बढ़ाने के लिए भारत के साथ काम करने के लिए तैयार है।