इंदौर में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा चल रही है। कथा में एक महिला ने पहुंचकर एक स्कूल की शिकायत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से की है। महिला ने धीरेंद्र शास्त्री को बताया कि मदरलैंड स्कूल में बच्चों को हाथ पर कलावा बांधने और माथे पर तिलक लगाने से रोका जाता है। इस शिकायत पर धीरेंद्र शास्त्री ने खुले मंच से कहा कि स्कूल वालों से कहना की तुम्हें भारत में स्कूल चलाना है या वेस्टइंडीज में। इस मामले को लेकर गुरुवार को हिंदू संगठन के कार्यकर्ता भी स्कूल पहुंच गए और स्कूल संचालक की सदबुद्धी के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया।
दरअसल, इंदौर के स्कीम नंबर 78 में स्थित मदरलैंड स्कूल में की महिला टीचर संध्या ने किसी बच्चे को स्कूल में तिलक लगाकर आने और हाथ में कलावा पहनने पर डांटा था, जिसके बाद बच्चों ने यह बात अपने परिजनों को बताई। इंदौर के कनकेश्वरी धाम में चल रही पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा में परिजनों ने यह बात सत्संग के दौरान बताई, जिसके बाद धीरेंद्र शास्त्री ने खुले मंच से कहा की स्कूल वालों से कहना की तुम्हें भारत में स्कूल चलाना है या वेस्टइंडीज में।
शास्री ने पांडाल में मौजूद हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं से कहा की स्कूल वालों से जाकर प्रार्थना जरुर करना अथवा कानूनी कार्रवाई करवाना। शास्त्री ने आगे कहा कि भारत में सभी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है। भारत संविधान से चलता है। मदरलैंड वालों की औकात से नहीं चलता है। शास्त्री ने महिला टीचर को लेकर कहा कि नाम संध्या है लेकिन पुरी रात है। वहीं गुरुवार को हिंदू संगठन के कार्यकर्ता मदरलैंड स्कूल पहुंचे और स्कूल संचालकों की सदबुद्धी के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया।