कोतवाली पुलिस ने ब्लैकमेल व हनीट्रेप के मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने पोहरी जनपद में लेखापाल के पद पर पदस्थ कर्मचारी को फंसाकर उसका अश्लील वीडियो बनाया और दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेलिंग की। ब्लैकमेलिंग का शिकार लेखापाल ने बदनामी के डर से 1.95 लाख रुपये दे भी दिए। इसके बाद भी रुपयों को लेकर लगातार दबाव बनाया जाता रहा जिसके बाद फरियादी ने पुलिस की मदद ली। जब मामले का खुलासा हुआ तो पता चला कि यह पूरी साजिश ही फरियादी के दोस्त ने रची थी। पुलिस ने एक महिला सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
राजेंद्र पुत्र महेश कुमार श्रीवास्तव निवासी एलआइजी 46 टीटीनगर उम्र 54 साल वह बचपन से ही पोलियो के कारण अपाहिज है व पोहरी जनपद में लेखापाल के पद पर पदस्थ है। 24 व 25 दिसंबर को उसके मोबाइल पर एक लड़की का फोन आया और पूछा कि तुम कौन, कहां से हो। लड़की ने मुझे अपना नाम वंदना ऊर्फ गोली होना बताया तथा गलती से फोन लगना बताया, जिस पर मैंने फोन काट दिया। लेकिन इस बीच उसके बार-बार फोन आते रहे और उससे बातचीत होने लगी। नए साल पर वंदना ने मुझे मिलने बैराड़ बुलाया तो राजेंद्र वहां चला गया।
मेरी वहां पर रुकने की कोई व्यवस्था नहीं थी तो वंदना ने कहा कि मैं अपनी मौसी के घर रुकी हूं और तुम भी वहां रुक जाना, जिस पर मैंने मना कर दिया। इसके बाद पांच जनवरी को फतेहपुर में अपने कमरे पर मिलने बुलाया। यहां पर मेरे कपड़े उतार कर वीडियो बना लिया। इसके बाद ब्लैकमेल करने लगे। वीडियो इंटरनेट पर डालने और दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी देकर पांच लाख रुपये मांगे। राजेंद्र ने बताया कि अपने भाई अमित श्रीवास्तव के माध्यम से फोन पे के जरिए एक लाख रुपए ट्रांसफर करवा दिए।
इन लोगों ने मेरा मोबाइल छीन लिया और खाते के सारे रुपए भी निकाल लिए। इसके बाद नौ जनवरी को मेरे पास फिर फोन आया और 50 हजार रुपए मांगे गए जिसको मैंने फोन पे के माध्यम से डाल दिए। इसके बाद भी ब्लैकमेलिंग नहीं रुकी और लगातार फोन आते रहे जिससे परेशान होकर मैंने थाने में आवेदन दिया। वंदना को उसके दो साथियों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।