कलेक्टर कार्यालय बालाघाट में वर्ष 2020 में कराए गए कोर्ट मैरिज विशेष अंतर जाति विवाह की राशि दिलाने के नाम पर विवाह करने वाले दंपति से पैसे लेकर योजना का लाभ नही दिलाने का एक मामला सामने आया है।
जिसमें फरियादी दंपति ने कोतवाली थाने में लिखित शिकायत कर अंतरजातीय विवाह के ढाई लाख रुपए देने के नाम पर डॉ आंबेडकर फाउंडेशन के कौशल झारिया और ज्योतीश झारिया पर 45000 रुपए वसूलने का आरोप लगाया है। जहां खण्डेलकर दंपत्ति ने कोतवाली थाने में इसकी लिखित शिकायत देकर आरोपियों द्वारा मागी गई 45000 रु की रकम, सहित अंतर जाति विवाह के ढाई लाख रुपए और आरोपियों के पास जमा उनके दस्तावेज वापस दिलाए जाने की मांग की है।जहां खण्डेलकर दंपत्ति से उक्त शिकायत मिलने पर कोतवाली पुलिस द्वारा इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
अंतर जाति विवाह का हमें लाभ चाहिए साल से हम भटक रहे हैं-अंकीता खाण्डेलकर
जिसमे अंकीता पति मनीष खाण्डेलकर वारासिवनी निवासी बताती है की वह रानी दुर्गावंती नगर वार्ड 03 गणेश मंदीर समीप अशोक पटले के यहाँ किरायें से रहते है। अंकिता एससी वर्ग से है जबकि पति मनीष ओबीसी वर्ग से है। बताया जा रहा है दोनो की इन्टर कास्ट कोर्ट मेरिज बालाघाट के अपर कलेक्ट्रर गोविंद सिंह मरकाम द्वारा 12/12/2020 को संपन्न कराई गई थी। फरियादी दंपत्ति के अनुसार शादी के दिन अप्पर कलेक्ट्रर के (आदिवासी विभाग में अधिकारी महिला ने उन्हे जानकारी दी की कौशल झारिया बालाघाटी रहवासी है उनका मोबाईल नम्बर दिया और कहा की डॉ. आम्बेडकर फाउंडेशन द्वारा ही पैसे आपको मिलेगे। यह व्यक्ति केन्द्र वाला पैसा दिलाते और मोबाईल नम्बर 8815790760
दिया और कानटेक्ट करने कहा। जब दंपति ने दिए गए नंबर पर कानटेक्ट किया तो कौशल झारिया ने तुरन्त को फीस 25000 है और 1955 हिन्दू एक्ट का कागज ले आना जाने को कहा।
हमें 20/12/2019 को 1955 का डाक्युमेंट मिला इसी दिन हमने 25000 दियें और ओरिजनल विवाह की कॉपी कौशल झारिया को दी। उसके बाद कारवाही शुरू की। उसकी फीस डाक्यूमेंट चार्ज 12000 अलग लिये कहा दिल्ली आने जाने काम कराने की 25000 रु फीस ली कुछ दिनों बाद कोराना काल की वजह से डॉक्यूमेंट, खाता, इनकम, बहुत सारी प्रोसेस खत्म हुई कहकर 10/12/2020को हमें 8000 आठ हजार रुपये मागे तो हमने उन्हें केश नहीं है बोले और खाते में डाले 4000 चार हजार दिए 4000 चार हजार रूपये बाकी रहे। झारीया ने कहा कि प्रोसेस खत्म हो गई अब आपको लेटर आयेगा और 26/11/ 2020 लेटर आया 15-16 दिन बाद ही लेटर पर डीएम/ डीसी की साईन मागी है। ऐसा कह कर 4000 भी ले लिए ऐसे कुल 45000 धोखाधड़ी कर वसूल लिए दंपत्ति ने बताया कि उन्होंने कौशल झारिया और ज्योतीश झारिया दोनों को पैसे दिए थे दोनों ही उनके काम को जल्द कराने की बात कह रहे थे। लेकिन अब ना तो वह विवाह के ढाई लाख रुपए दे रहे हैं और ना ही उनके द्वारा जमा कराई गई 45000 रु की रकम दे रहे हैं जहां रकम देने से इनकार करने पर खण्डेलकर दंपत्ति ने शिकायत कोतवाली थाने में दर्ज कराकर इंसाफ की गुहार लगाई है। वहीं आरोपियों से उनकी जमा कराई 45 हज़ार रु की रकम, विशेष विवाह का ढाई लाख रु, और विवाह के दस्तावेज वापस दिलाए जाने की मांग की है।
उनका शादी के लिये आवेदन आया था तो ,हमारे द्वारा विवाह करवाया गया है- गोविंदसिंह मरकाम
जब हमारे द्वारा इस मामले को लेकर अपर कलेक्टर शिव गोविंदसिंह मरकाम से चर्चा की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा 12-12-2020 को अंकिता पति मनीष खाण्डेलकर का आवेदन अंतर जाति विवाह के लिए आया था तो उनका हमारे द्वारा विवाह करवाया गया है और जो वहां अंतर जाति विवाह की राशि की बात कर रही है तो यह काम कार्य जनजाति कार्य विभाग के द्वारा किया जाता है उनके यहां से किसी प्रकार की कोई राशि नहीं दी जाती वह सिर्फ आए हुए आवेदनों की शादी करवाते हैं यदि उनके द्वारा वहां आवेदन किया गया होगा तो निश्चित ही उन्हें इस योजना का लाभ मिला होगा
प्रोत्साहन राशि को लेकर नहीं किया गया है आवेदन – उर्मिला परस्ते
जब हमारे द्वारा जनजाति कार्य विभाग से इस विषय को लेकर संपर्क किया गया तो जनजाति कार्य विभाग की लेखापाल उर्मिला परस्ते बताती है कि उनके यहां अंकिता मनीष खाण्डेलकर के द्वारा किसी प्रकार का कोई आवेदन अंतर जाति विवाह की प्रोत्साहन राशि को लेकर नहीं किया गया है और जब उनके यहां से कोई आवेदन ही नहीं हुआ है तो इसमें राशि मिलने का कोई प्रावधान नहीं है
सभी को बुलाकर उनके बयान दर्ज किए जा रहे हैं- कमलसिंह गेहलोत
इस संबंध में कोतवाली थाना प्रभारी कमल सिंह गहलोत से चर्चा की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि फरियादी द्वारा उन्हें थाने आकर एक आवेदन जरूर दिया गया है उस पर हमारे द्वारा सभी को बुलाकर उनके बयान दर्ज किए जा रहे हैं और यह मामला जांच में है जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी
मात्र 7000 ₹ ही लिया गया है और अभी तक डॉक्यूमेंट कंप्लीट नहीं होने की वजह नही मिला लाभ -कौशल झारिया
जब हमारे द्वारा दूरभाष पर कौशल झारिया से चर्चा की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि उन्हें खाण्डेलकर दंपत्ति के द्वारा मात्र 7000 ₹ ही दिया गया है इसमें उनकी समिति की फीस 500 ₹ और दिल्ली जाने आने का बाकी पैसा लिया गया है ऐसे कुल उनसे मात्र 7000 ₹ ही लिया गया है पर उनके द्वारा गलत आरोप लगाकर 45000 ₹ दिए जाने की बात कही जा रही है जो कि गलत है क्योंकि इनकी डीएम डीसी साईंन नहीं होने की वजह से इन्हें अभी तक योजना का लाभ नहीं मिल पाया है क्योंकि यह रहने वाले महाराष्ट्र के हैं और यहां के जिला प्रशासन के द्वारा महाराष्ट्र जाने की सलाह दी गई है वही इस योजना का लाभ को लेकर उन्होंने कहा कि उनके द्वारा योजना के डायरेक्टर से बात भी की गई है और इनकी डॉक्यूमेंट कंप्लीट नहीं होने की वजह से अभी तक इन्हें लाभ नहीं मिल पाया