महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में खेल चुका एक खिलाड़ी विवादों में आ गया है। एक क्लब क्रिकेट मैच में अंपायर के आउट दिए जाने के बाद न केवल उसने अंपायर से बहस की, बल्कि विपक्षी टीम के खिलाड़ियों से भी भिड़ता नजर आया। हद तो तब हो गई जब कई बार मनाने के बावजूद वह पवेलियन की ओर जाता और फिर वापस लौट आता। लगभग साढ़े मिनट से अधिक समय तक खेल रुका रहा और मैदान पर ड्रामा चलता रहा। यह खिलाड़ी हैं बाबा अपराजित।
दरअसल, जॉली रोवर्स सीसी और यंग स्टार्स क्रिकेट क्लब के बीच मैच खेला जा रहा था। इस दौरान एक विवादास्पद एलबीडब्ल्यू आउट फैसला अंपायर ने दिया। जिसके बाद इस मामले में बल्लेबाज अपराजित के मैदान से बाहर जाने से पहले अंपायर और विपक्षी खिलाड़ियों के साथ तीखी नोकझोंक हुई। बाद में अंपायरों ने यह फैसला LBW से बदलकर कैच आउट कर दिया।
यह घटना तब हुई जब अपराजित 34 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे और जॉली रोवर्स सीसी के कप्तान हरि निशांत की एक टर्न लेती बॉल बल्लेबाज के पैड पर लगी और फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर जीएस राजू द्वारा कैच कर लिया गया। गेंदबाज और बल्लेबाज के करीब खड़े फील्डरों ने तुरंत अपील की, जिसपर अंपायर ने आउट दे दिया। हालांकि, अपराजित हैरान थे। वह तुरंत ही विरोध जताने लगे।
अपराजित बचाव करते रहे लेकिन अंपायर अपने फैसले पर अड़े रहे। इस दौरान विपक्षी खिलाड़ियों, अपराजित और दोनों अंपायरों के बीच चर्चा शुरू हो गई। पवेलियन लौटने के दौरान अपराजित अंपायर से बहस करते रहे। यह अंत नहीं था, क्योंकि वह बीच में वापस चले गए, लेकिन फिर आधे रास्ते से वापस आकर बहस करने लगे। सातवें ओवर में जब यंग स्टार्स का स्कोर 32/2 था तब अपराजित बल्लेबाजी के लिए आए थे।
उन्होंने साई सुदर्शन के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 42 रन जोड़े। उनकी टीम अंततः चार विकेट से मैच जीतने में सफल रही, जिसमें सुदर्शन ने 92 गेंदों में नाबाद 67 रन बनाए। इस मैच के रिजल्ट से अधिक हालांकि बाबा अपराजित के व्यवहार को लेकर चर्चा हो रही है।