बालाघाट(पदमेश न्यूज़)।पवित्र धार्मिक स्थल बोधगया से गैर बौध्दों का अतिक्रमण हटाने और उक्त पवित्र स्थल को बौद्धों की सुपुर्द किए जाने की मांग को लेकर बोधगया में 16 फरवरी से बौद्ध धर्मगुरुओं द्वारा आमरण अनशन किया जा रहा है।जहां शुरु किए गए इस आंदोलन का असर अब केवल प्रदेश ही नही बल्कि देश भर में देखने को मिल रहा है।जहा बोधगया के धार्मिक स्थल के आधिपत्य को लेकर बौध्य अनुयायियों द्वारा आए दिनों ज्ञापन आंदोलन किए जा रहे है।जिसकी समय समय पर झलक बालाघाट में भी देखने को मिल रही हैं।इसी कड़ी में संपूर्ण भारत में चल रहे महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन के तहत
महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन समिति जिला बालाघाट के द्वारा आगामी 11 मार्च मंगलवार को डॉ बाबा साहब आंबेडकर चौंक बालाघाट में प्रात.10 बजे से विशाल आंदोलन किया गया है। जिसके माध्यम से जनसभा का आयोजन कर नगर में एक रैली निकाली जाएगी और रैली के माध्यम से कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौपा जाएगा। जिसकी तमाम जानकारी रविवार को अर्पित सेवा संस्थान भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी गई
बोथगया टेंपल एक्ट 1949 को बर्खास्त कर, समाज को अधिपत्य देने की मांग
आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान पदाधिकारी ने बताया कि इस आंदोलन के माध्यम से जिले के समस्त बौद्ध अनुयाई भारत सरकार एवं बिहार राज्य सरकार से मांग करेंगे कि बोथ गया टेंपल एक्ट 1949 को बर्खास्त किया जाए ,जो कि महाबोधि महाविहार को गैर बौद्धों के नियंत्रण में रखता है,उसे समाप्त करके महाबोधि महाविहार का पूर्ण नियंत्रण भारतीय बौद्धों के हाथों में सोपा जाए ,इस मांग को लेकर जिले के समस्त बौद्ध अनुयाइयों द्वारा विशाल आंदोलन किया जा रहा है जिसके अंतर्गत प्रात.10 बजे से डॉ आंबेडकर चौंक बालाघाट में विशाल जन सभा आयोजित कि जाएगी ,उसके उपरांत शांति महारैली का नगर भ्रमण मुख्य मार्गो से किया जाएगा जिसके उपरांत कलेक्टर बालाघाट के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति भारत सरकार, महामहिम राज्यपाल बिहार सरकार, . प्रधान मंत्री भारत सरकार और. मुख्य मंत्री बिहार सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा l जिन्होंने आयोजित पत्रकार वार्ता के माध्यम से जिले के समस्त बौद्ध अनुयाइयो से हजारों की संख्या में पहुंच कर आंदोलन को सफल बनाने का आव्हान किया है।