देश की सीमा की सुरक्षा करने के लिए जिले के सैकड़ो युवको द्वारा अग्निवीर बनने तैयारी की जा रही है ताकि उनका आगामी माह में हो रही आर्मी की भर्ती में उनका सिलेक्शन हो सके। लेकिन वर्तमान में फौज में भर्ती की तैयारी करने वाले युवा प्रैक्टिस के लिए मैदान न होने से भारी परेशान हो रहे हैं। गुरुवार को 2 दर्जन से अधिक युवक भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, जहां उनके द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अग्निवीर बनने के लिए तैयारी कर रहे युवाओं को प्रैक्टिस करने मैदान उपलब्ध कराए जाने की मांग की। मैदान उपलब्ध न कराए जाने पर शुक्रवार से धरना आंदोलन किये जाने की चेतावनी भी दी है।
आपको बताये कि बारिश के चलते नगर में स्थित तीन बड़े मैदानों में से दो मैदान खराब हो चुके हैं तथा एक मैदान जो कि रेंजर कॉलेज परिसर में स्थित है वह मैदान ही प्रैक्टिस करने के लिए उपयुक्त है। युवको का कहना है कि वे लोग प्रैक्टिस करने के लिए रेंजर कॉलेज मैदान में गए थे लेकिन वहां उन्हें प्रैक्टस करने से मना कर दिया गया। वन विभाग के एक अधिकारी द्वारा आकर उन्हें रेंजर कॉलेज मैदान में प्रैक्टिस करने की अनुमति नहीं होने की बात कही गई, इससे अग्निवीर की तैयारी कर रहे सभी युवाओं में निराशा व्याप्त हो गई है।
कलेक्टर कार्यालय पहुंचे अग्निवीर की तैयारी करने वाले युवाओं ने बताया कि ग्राउंड नहीं होने से उन्हें फौज में भर्ती होने के लिए तैयारी करने में बहुत दिक्कत हो रही है। जंगल में दौड़ने से पैरों में मोच आ रही है तथा रोड में दौड़ने पर एक्सीडेंट होने का खतरा बना रहता है। प्रशासन द्वारा अग्निवीर की तैयारी करने वालों के लिए मैदान उपलब्ध कराना चाहिए, उन्हें अभी फिलहाल 1 माह के लिए मैदान चाहिए। अग्निवीर की तैयारी यहां करीब आधा सैकड़ा युवाओं द्वारा की जा रही है।
इन सभी युवाओं को अग्निवेश की तैयारी करवाने वाले प्रशिक्षक वैभव ने बताया कि बालाघाट जिले में उनके द्वारा पिछले 4 वर्षों से फौज में जाने वाले युवाओं की तैयारी करवाई जाती है। हमारा मकसद है बालाघाट जिले से 5 से 10 हजार लोग फौज में जाना चाहिए, बारिश की वजह से यहां के 2 ग्राउंड खराब हो चुके हैं सिर्फ रेंजर कॉलेज मैदान ही ठीक है जिसमें दौड़ने की अनुमति नहीं दी जा रही है ऐसे में अग्निवीर तैयारी करे तो आखिर कहां करे। जंगल में दौड़ने से तीन लड़कों के पैर में मोच आ गई इससे वे भर्ती के पहले ही मेडिकल अनफिट हो गए, रोड़ में दौड़ लगाए तो दुर्घटना न हो जाए इसका खतरा बना रहता है। वन विभाग के अधिकारियों से बात करने पर कहा गया था अभी परेड चालू है 15 तारीख के बाद ग्राउंड मिलेगा, 15 तारीख के बाद जब पहुंचे तो उन्हें प्रैक्टिस करने से मना कर दिया गया।