पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) में अच्छे ब्याज और टैक्स छूट के अलावा भी कई ऐसे फायदे मिलते हैं जो इसे अन्य योजनाओं से खास बनाती है। इस योजना की सबसे अच्छी बात है की इसमें आपको पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहता है। इसके अलावा PPF अकाउंट पर आपको लोन की सुविधा भी मिलती है। हम आपको ऐसी ही 5 खास बातों के बारे में बता रहे हैं।
सरकारी सुरक्षा की गारंटी
PPF को सीधे केंद्र सरकार रेगुलेट करती है और इस ब्याज भी सरकार ही तय करती है। इसलिए स्कीम में निवेश पर सुरक्षा की पूरी गारंटी होती है। अगर आप टैक्स छूट और अच्छे रिटर्न वाले निवेश की तलाश में हैं तो PPF में निवेश बेस्ट है। PPF से ज्यादा रिटर्न सिर्फ सुकन्या समृद्धि योजना और सीनियर सिटीजन स्कीम में मिलता है। लेकिन, इसमें सभी निवेश नहीं कर सकते।
स्कीम को चलाना है आसान
इस स्कीम में आपको एक साल में मिनिमम 500 रुपए निवेश करने होते हैं। यानी अगर किसी साल में आप पर पैसों की तंगी है। वहीं इसमें एक साल में अधिकतम 1.5 लाख रुपए निवेश कर सकते हैं। एक वित्त वर्ष में अधिकतम 12 किस्तों में पैसा जमा कर सकते हैं।
PPF अकाउंट पर मिलती है लोन की सुविधा
PPF अकाउंट में जमा पर आप लोन भी ले सकते हैं। आपने जिस वित्त वर्ष में PPF अकाउंट खुलवाया है, उस वित्त वर्ष की समाप्ति के एक वित्त वर्ष बाद से लेकर पांचवें वित्त वर्ष की समाप्ति तक आप PPF से लोन लेने के हकदार हैं। अगर आपने जनवरी 2017 में PPF अकाउंट खुलवाया है तो आप 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2022 तक लोन ले सकते हैं। जमा पर अधिकतम 25% का लोन ले सकते हैं। लोन के लिए प्रभावी ब्याज दर PPF पर मिल रहे ब्याज से केवल 1% ज्यादा रहती है। ब्याज को दो मंथली इंस्टॉलमेंट या एकमुश्त चुकाया जा सकता है।
कम्पाउंडिंग ब्याज का फायदा
PPF में निवेश करना फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि, इस पर मिलने वाला ब्याज हर तिमाही के आधार पर बदलता है। मतलब अगर आपको किसी क्वॉर्टर में कम ब्याज मिला तो हो सकता है अगली तिमाही में ज्यादा ब्याज मिले। साथ ही ब्याज पर ब्याज यानि कम्पाउंडिंग इंट्रस्ट का भी फायदा मिलता रहता है।
जितना चाहें उतनी लंबी अवधि के लिए कर सकते हैं निवेश
PPF खाते का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल है। लेकिन आप इसे जितना चाहे आगे बढ़स सकते हैं। अगर पैसे की जरूरत तुरंत नहीं है तो अकाउंट होल्डर मैच्योरिटी के बाद आप अपना अकाउंट आगे बढ़ा सकते हैं। इससे आपको बढ़ा फंड तैयार करने में मदद मिलेगी।