अमेरिका में तय समय पर कोरोना टीकाकरण का लक्ष्य पूरा होता नहीं दिख रहा है। इसलिए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने संक्रमण से सावधान रहने की अपील की है। साथ ही कहा है कि लोग जल्द से जल्द टीकाकरण कराएं। अमेरिका ने 4 जुलाई तक 70% वयस्कों को कोरोना टीका लगाने का लक्ष्य रखा था। लेकिन राष्ट्रपति बाइडेन ने व्हाइट हाउस में मीडिया से बातचीत के दौरान इस लक्ष्य पर कोई बात नहीं की। जबकि मई में लक्ष्य तय करते समय बाइडेन ने इस अभियान को मील का पत्थर बताया था।
अब उन्होंने कहा- ‘कम टीकाकरण वाले राज्यों में कोरोना तेजी से फैल रहा है।’ असल में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस कोरोना टीकाकरण की स्थिति का मुआयना करने के लिए शुक्रवार को अटलांटा पहुंची थीं। उन्होंने देखा कि अटलांटा की फुल्टन काउंटी में कोरोना टीकाकरण ठीक से हुआ ही नहीं है।
करीब 50% लोगों ने वैक्सीन की सिर्फ एक डोज ली है। इसी तरह स्वास्थ्य व मानव सेवा सचिव जेवियर बेसेरा ने भी कोलोराडो का दौरा किया था। उन्होंने भी कोलोराडो में टीकाकरण की कमी देखी। इसके बाद बाइडेन ने कहा कि लोग जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीन लगवाएं। संक्रमण से बचने का यही सबसे अच्छा तरीका है। बाइडेन को राष्ट्रपति बने 150 दिन हो चुके हैं। इतने दिनों में अमेरिका में कोरोना वैक्सीन की 30 करोड़ डोज दी जा चुकी है।
चिंता: पहले रोज पांच लाख डोज लग रहे थे, अब सिर्फ 2 लाख
अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने बताया कि शुक्रवार तक देश के 65% वयस्क वैक्सीन की कम से कम एक डोज ले चुके हैं। लेकिन अमेरिका में रोज के टीकाकरण की दर में भारी कमी आई है। पहले रोज पांच लाख लोग पहली डोज ले रहे थे। अब दो लाख लोग ही रोज पहली डोज ले रहे हैं।
व्हाइट हाउस ने भी शुक्रवार को स्थिति की रिपोर्ट जारी की। इसके मुताबिक वर्जीनिया, कोलोराडो समेत 15 राज्यों में 70% वयस्कों ने कोरोना की एक ही डोज ली है। लुइसियाना जैसे आठ राज्यों में 40% वयस्कों ने कम से कम एक डोज ली है। रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि अमेरिका में पहले जैसे हालात बन सकते हैं।
असर: एस्ट्राजेनेका वैक्सीन अन्य देशों को देने की योजना अटकी
अमेरिका में कोरोना टीकाकरण की रफ्तार अचानक धीमी होने का असर एक योजना पर पड़ सकता है। इससे अमेरिका अन्य देशों को एस्ट्राजेनेका टीका देने की योजना टाल सकता है। राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा था कि अमेरिका जरूरतमंद देशों को कोरोना वैक्सीन की आठ करोड़ डोज देगा। यह वादा पूरा करने के लिए उसके पास सिर्फ दो हफ्ते बचे हैं।
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि अब अमेरिका एस्ट्राजेनेका वैक्सीन विदेश भेजने की योजना में संशोधन कर सकता है। पहले तय किया था कि वह फाइजर, बायोएनटेक, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन के साथ एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन भी जरूरतमंद देशों को देगा।
ब्राजील: 16 माह में पहली बार रिकॉर्ड 98 हजार केस मिले
ब्राजील में शुक्रवार को कोरोना के 98,135 केस मिले, जो पिछले 16 माह में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। दुनिया में सबसे ज्यादा 2,449 मौतें भी यहीं हुईं। रिपोर्ट के मुताबिक, ब्राजील में कोरोना का पहला केस 25 फरवरी 2020 को मिला था।
दुनिया में शुक्रवार को चार लाख से ज्यादा कोरोना के नए मरीज मिले। इनमें से 70% सबसे ज्यादा संक्रमित 10 देशों के हैं। इनमें ब्राजील, भारत, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका, इंडोनेशिया और कोलंबिया जैसे देश शामिल हैं। वहीं, स्पेन में ब्रिटेन से आने वाले लोगों के लिए पांच दिन का क्वारेंटाइन अनिवार्य कर दिया गया है।