बालाघाट बैनगंगा नदी के बजरंग घाट में उस समय सनसनी फैल गई जब अपने दोस्तों के साथ नहाने आए एक युवक नदी में डूब गया। तो एक युवक को डूबने से उन्हीं के एक साथी ने बचा लिया। 17 फरवरी को 3:00 बजे करीब इस घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस और एसडीईआरएफ की टीम ने बजरंग घाट में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर इस युवक की नदी में तलाश की किंतु शाम 7:00 बजे तक इस युवक का शव नहीं मिल पाया था।यह युवक जितेंद्र पिता राजेश गेडाम 23 वर्ष ग्राम सिंगोड़ी हट्टा निवासी है। 18 फरवरी को सुबह एसडीईआरएफ की टीम के द्वारा बजरंग घाट में पुनः रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर इस युवक की तलाश की जाएगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जितेंद्र गेडाम मूल रूप से ग्राम सिंगोड़ी हट्टा निवासी है जो अपने बड़े माता-पिता बड़े भाई के साथ बालाघाट बूढ़ी के करुणा नगर में रहता था। जिसने कक्षा 9 वी के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और बूढ़ी रेलवे क्रॉसिंग के पास स्थित एक आटा चक्की में काम करता था। बताया गया है कि 17 फरवरी को 2 बजे करीब जितेंद्र गेडाम अपने साथी हिमेश वाघाडे और विशाल पड़वार दोनों गंगानगर निवासी के साथ पैदल वैनगंगा नदी के बजरंग घाट आए थे। 3:00 बजे करीब विशाल पड़वार और जितेंद्र वाघाड़े कपड़े उतारकर नदी में नहाने के लिए उतरे थे और हिमेश वाघाडे वहीं चट्टान पर बैठा हुआ था। जब दोनों युवक साथ में ही नदी में जाने लगे तभी अचानक विशाल और जितेंद्र नदी के गहरे पानी में जाने से डूबने लगे। हीमेश वाघाड़े ने दोनों को नदी में डूबते देखा और वह वही नाव में रखें बांस लेकर कुछ दूर पहुंचा। विशाल पड़वार बांस पकड़कर बाहर निकाला किंतु तब तक जितेंद्र गेडाम नदी के गहरे पानी में जाने से डूब चुका था। इस दौरान वहां पर अन्य लोग भी थे। जितेंद्र गेडाम नदी में डूबने से हिमेश घबरा गया और उसने वहीं खड़े युवकों से मोबाइल मांग कर जितेंद गेडाम के मामा को घटना के संबंध में बताया कि जितेंद्र गेडाम नदी में डूब गया है इधर जितेंद्र गेडाम के नदी में डूबने की खबर मिलते ही उसका भाई शुभम गेडाम सहित अन्य लोग भी नदी में पहुंच गए। इस दौरान वहां पर लोगों का हुजूम लग गया। सूचना मिलते ही कोतवाली बालाघाट से सहायक उप निरीक्षक दिनेश पंचेश्वर स्टाफ के साथ मौके पर पहुचे। एसडीईआरएफ की टीम भी बैनगंगा नदी के बजरंग घाट पहुंच गई। और नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर युवक जितेंद्र गेडाम की तलाश शुरू की गई। शाम 7 बजे तक युवक जितेंद्र गेडाम नहीं मिल पाया शाम होने के कारण एसडीईआरएफ की टीम को रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा। 18 फरवरी को सुबह एसडीईआरएफ की टीम के द्वारा बैनगंगा नदी के बजरंग घाट में पुनःरेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर युवक जितेंद्र गेडाम की तलाश की जाएगी। सहायक उप निरीक्षक श्री पंचेश्वर ने जितेंद्र गेडाम के साथी हिमेश वाघाड़े का बयान लेकर मौके की कार्यवाही की।
तीन युवक नदी में नहाने आए थे, जितेंद्र नदी में डूब गया- सहायक उप निरीक्षक दिनेश पंचेश्वर
बैनगंगा नदी के बजरंग घाट पहुंचे सहायक उप निरीक्षक दिनेश पंचेश्वर ने पद्मेश न्यूज़ को बताएं नदी में लापता युवक जितेंद्र पिता राजेश गोदाम 23 वर्ष ग्राम सिंगोड़ी थाना हट्टा क्षेत्र का रहने वाला है। तीन लड़के जिनमे हिमेश वाघाडे विशाल पड़वार और जितेंद्र गेडाम 3:00 बजे नदी में नहाने आए थे विशाल पड़वार और जितेंद्र गेडाम नदी में गए थे और नदी में कितना पानी है नाप गये थे। दोनों युवक डूबने लगे तभी हिमेश वाघाड़े द्वारा एक युवक को बचाना बताया जा रहा है। एसडीईआरएफ की टीम के द्वारा नदी में तलाश की गई किंतु पता नहीं चल पाया है।
छोटा भाई घर में खाना खाकर इधर आ गया था- राजा गेडाम
राजा गेडाम ने बताया कि वह करुणा नगर वार्ड नंबर 3 में रहते हैं। नदी में लापता हुआ उसका छोटा भाई जितेंद्र है। 17 फरवरी को वह काम पर गया था। 12:30 बजे छुट्टी मिली थी घर आकर खाना खाया और इधर आ गया था। किसी ने फोन करके बताया कि तुम्हारा भाई नदी में डूब गया है। अभी बॉडी नही मिली है।