आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं ने मुख्यमंत्री पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप

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मानदेय से काटी गई राशि को वापस दिए जाने, सेवानिवृत्ति पर कार्यकर्ता को एक लाख, तो वही सहायिका को 75 हजार रु की राशि एकमुश्त देने, प्रदेश व केंद्र सरकार द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं के लिए पूर्व में की गई घोषणाओं को पूरा करने सहित वर्षों से लंबित अपनी 26 सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिकाओ द्वारा आयोजित दो दिवसीय भूख हड़ताल सोमवार को समाप्त हो गई। जहां बस स्टैंड में आयोजित इस भूख हड़ताल के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की, तो वहीं उन्होंने प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए। उनकी वर्षों से लंबित 26 सूत्रीय मांगों को पूरा किए जाने की गुहार लगाई।इस दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका एकता यूनियन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से वर्ष 2018 में किया गया वादा को निभाने का आह्वान किया। वहीं अब तक लंबित मांगे पूरी ना होने पर नाराजगी जताते हुए नगर में एक रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपा।

रैली निकालकर सौंपा ज्ञापन की जमकर नारेबाजी
नगर के बस स्टैंड में 2 दिनों से जारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं की भूख हड़ताल के दौरान सोमवार दोपहर करीब 2 बजे, भूख हड़ताल कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं संगठन के बैनर तले नगर में एक रैली निकाली। यह रैली बस स्टैंड से रानी अवंती बाई चौक, वहां से काली पुतली चौक से होते हुए सीधे आंबेडकर चौक पहुंची ,जहां से डॉ विश्वेश्वरैया चौक होते हुए यह रैली सीधे कलेक्टर कार्यालय पहुंची। जहां आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका एकता यूनियन के बैनर तले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं ने वर्षों से लंबित अपनी 26 सूत्रीय मांगों को पूरी किए जाने की गुहार लगाते हुए प्रदेश सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा। जहां उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए, जल्द से जल्द उनकी सभी मांगों को पूरा किए जाने की गुहार लगाई। जहां उन्होंने मार्च माह तक उनकी मांगे पूरी ना होने पर, 5 अप्रैल को दिल्ली पहुंचकर प्रदेश सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन व धरना प्रदर्शन किए जाने की चेतावनी दी है

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