अमिताभ बच्चन की कोरोना कॉलर ट्यून अब हट गई है। 16 जनवरी से देश में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू होने जा रहा है। उसके पहले सरकार ने यह अहम कदम उठाया है। फोन करते समय अमिताभ बच्चन की आवाज आती थी तो लोगों का समय नष्ट होता था। इस कॉलर ट्यून को जनता के बढ़ते आक्रोश का सामना करना पड़ा, क्योंकि हर बार जब फोन कॉल किया जाता है, तो इसे सुनने के लिए मजबूर होने के बारे में कई शिकायतें होती हैं। इतना ही नहीं, पिछले दिनों यह मामला अदालत पहुंच गया। दिल्ली हाई कोर्ट में इसे हटाने को लेकर एक याचिका भी लगाई गई थी। यह मांग उठाई गई थी कि कोरोना काल में जिन लोगों ने इस महामारी से बचाव के लिए काम किया है, उनके सम्मान में यदि उनकी कॉलर ट्यून लगाई जाती तो यह बेहतर होता। जुलाई में अमिताभ बच्चन कोरोना संक्रमित हो गई थीं। दूसरी ओर हर मोबाइल नेटवर्क पर अमिताभ बच्चन की आवाज में कॉलर ट्यून सुनाई देती हैं, जिसमें वह लोगों से कोरोना वायरस से सतर्क रहने की अपील करते हैं। इसी कारण ज्यादातर लोगों इस कॉलर ट्यून पर सवाल उठा रहे थे। इसके चलते अब 14 जनवरी से अमिताभ की आवाज वाली कॉलर ट्यून हटा दी गई है। दो दिन पहले COVID-19 टीकों की पहली खुराक दी गई है। नए कॉलर ट्यून में एक महिला आवाज है और इसका उपयोग COVID-19 टीकाकरण अभियान के बारे में जागरूकता के लिए किया जाएगा। महामारी के लिए सुरक्षा उपायों को सूचीबद्ध करने वाली नई कॉलर ट्यून में कहा गया है, नया साल टीके के रूप में आशा की एक नई किरण लाया है। भारत में विकसित टीके सुरक्षित, प्रभावी हैं और प्रतिरक्षा प्रदान करेंगे। यह संदेश जनता से अपील करता है कि वे भारतीय टीकों पर विश्वास रखें और अफवाहों पर विश्वास न करें। यह लोगों से Covid -19 सावधानियों को जारी रखने का भी आग्रह करता है।
दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका लगाने वाले व्यक्ति का नाम राकेश है। राकेश ने अपनी याचिका में दलील दी है कि अमिताभ बच्चन और उनके घर के कई सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। सरकार ने उन्हें कॉलर ट्यून के जरिए जागरूकता फैलाने की फीस दी थी, जबकि देश में ऐसे कई कोरोना वॉरियर्स हैं जो निस्वार्थ भाव से कोरोना महामारी में लोगों की मदद कर रहे हैं। राकेश ने याचिका में अनुरोध किया है कि फोन की कॉलर ट्यून से अमिताभ बच्चन की आवाज को तुरंत हटाया जाए। राकेश में अपनी याचिका में कहा था कि अमिताभ बच्चन कॉलर ट्यूर में अपनी आवाज देने के बदले केंद्र सरकार से लाखों रुपए ले रहे हैं, जबकि देश में और भी कई ऐसे लोग हैं, जिन्होंने कोरोना काल में असली वॉरियर बनकर सामने आए, इसलिए कॉलर ट्यून से अमिताभ की आवाज हटाकर किसी कोरोना वॉरियर की आवाज दी जानी चाहिए।