शहर में शिंदे की छावनी के खल्लासीपुरा में शहर की सबसे बड़ी गणेश प्रतिमा स्थापित होने जा रही थी। यह प्रतिमा 25 फीट की थी। हालांकि स्थापना से पहले ही प्रतिमा सड़क के गड्ढे में फंसकर गिर पड़ी और क्षतिग्रस्त हो गई। प्रतिमा गिरते ही वहां हंगामा खड़ा हो गया। लोगों ने हंगामा कर चक्का जाम कर दिया।
लोगों का आरोप था कि ये सब नगर निगम की लापरवाही के कारण हुआ है। यदि सड़क में गड्ढे नहीं होते तो ये हादसा नहीं होता। वहीं क्षतिग्रस्त हुई प्रतिमा को साथ सम्मानित विसर्जित करने की व्यवस्था की गई।
शहर में हर्षोल्लास से मनाया जाता है महोत्सव
दरअसल गणेशोत्सव महोत्सव के चलते शहर के सार्वजनिक पंडालों में बड़ी बड़ी प्रतिमाओं की स्थापना की जा रही है। इसी क्रम में इंदरगंज थाना क्षेत्र के शिंदे की छावनी स्थित खल्लासीपुरा के गणेश पंडाल के लिए शहर की सबसे बड़ी गणेश प्रतिमा स्थापना के लिए ले जाई जा रही थी। प्रतिमा स्थापित हो पाती, उससे पहले ही वो सड़क के गड्ढे में उलझकर गिर पड़ी और क्षतिग्रस्त हो गई।
पंडाल में पहुंचने से पहले ही गिरी
आयोजक ने कहा कि उनकी कई महीनों की मेहनत, श्रद्धा और आस्था आज चकनाचूर हो गई और ये सब नगर निगम की लापरवाही से हुआ है। उन्होंने बताया कि 25 फीट ऊंची प्रतिमा हम कल रात 12 बजे जीवाजी गंज से लेकर चले थे। आज रात को पंडाल पर पहुंचने से पहले उसके सामने ही गिर गई। उधर कांग्रेस नेता सुनील शर्मा ने कहा ये नगर निगम की घोर लापरवाही है। यदि समय रहते सड़क के गड्ढे भर दिये जाते तो ये हादसा नहीं होता। उधर घटना के बाद लोगों ने वहां चक्का जाम कर दिया।
मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी और नेता
मौके पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। गणेश प्रतिमा गिरने की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय विधायक और प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर वहां पहुंचे। उन्होंने वहां जायजा लिया और ऊर्जा मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पेंच रिपेयरिंग के लिए सड़क खोदी गई है जिस कारण गड्ढा हुआ है। जिस एजेन्सी ने ये काम अधूरा छोड़ा है, उसका पता कर उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।