ग्रामीण अजीविका मिशन और दीनदयाल अंत्योदय योजना की जिला परियोजना प्रबंधक सरिता स्वामी को लोकायुक्त पुलिस इंदौर ने 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। यह राशि कर्मचारियों को मिलने वाले आवंटन व एरियर्स की राशि जारी करने के बदले ली जा रही थी। लोकायुक्त निरीक्षक विजय चौधरी के नेतृत्व में चार दसस्यीय टीम सोमवार दोपहर करीब 3.30 बजे जिला पंचायत कार्यालय के प्रथम तल स्थित अजीविका मिशन के कार्यालय में पहुंची और सरिता स्वामी ने जैसे ही राशि ली गिरफ्तार कर लिया।
लोकायुक्त निरीक्षक विजय चौधरी ने बताया कि विभाग के सहायक विकासखंड प्रबंधक खकनार विजय पवार ने इसकी शिकायत लोकायुक्त एसपी से की थी। इसकी पुष्टि के लिए उनके बीच हुई बातचीत की रिकार्डिंग कराई गई थी। शिकायत सही पाए जाने के बाद कार्रवाई की गई। शिकायतकर्ता विजय पवार ने बताया कि राशि जारी करने के बदले उन्होंने 40 हजार रुपये की मांग की थी। बाद में सौदा 25 हजार रुपये में तय हुआ था। सरिता स्वामी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है। लोकायुक्त की इस कार्रवाई के बाद जिला पंचायत में हड़कंप की स्थिति देखी गई। कार्रवाई पूरी होने के बाद उन्हें निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया।
पहले भी ले चुकी राशि
सहायक विकासखंड प्रबंधक विजय पवार ने बताया कि सरिता स्वामी काफी समय से विभागीय कर्मचारियों को परेशान कर रही थीं। हर बार राशि जारी करने से पहले रिश्वत की मांग की जाती थी। पहले भी वे कई बार उन्हें राशि दे चुके थे। बीते कुछ समय से वे ज्यादा परेशान कर रही थीं। जिसके चलते उन्हें लोकायुक्त पुलिस से शिकायत करने विवश होना पड़ा।