वारासिवनी अंतर्गत ग्राम बकेरा में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करने जेसीबी मशीन के साथ राजस्व प्रशासन और पुलिस बल मौके पर पहुचा। जहां अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही में बाधा डालते हुए अतिक्रमणकर्ताओ ने हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू कर आत्मदाह की चेतावनी से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही आगामी समय तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। जहाँ से प्रशासन बैरंग लौट आया। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम बकेरा खसरा नंबर 88/1/1 मद छोटे झाड़ का जंगल व घास की भूमि में अतिक्रमण कर मकान निर्माण के संबंध में सरपंच सचिव ग्राम पंचायत ने अतिक्रमण हटाने को लेकर राजस्व विभाग वारासिवनी तहसीलदार और एसडीएम को लिखित आवेदन दिया गया था। भूमी मद छोटे झाड का जंगल व घास की भूमि पर गांव के ही व्यक्ति स्वरूपचंद पिता पंचम कोल्हे द्वारा समझाईश के बाद भी उक्त भूमि पर अतिक्रमण कर मकान का निर्माण किया जा रहा है। उक्त भूमि शासकीय प्रयोजन गोदाम, सोसायटी भवन, हाट-बाजार, खेलकुद व उद्यान हेतु सुरक्षित गई है जिस पर व्यक्ति द्वारा अतिक्रमण कर मकान निर्माण किया जा रहा है। इसमें एसडीएम वारासिवनी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल संबंधित नायब तहसीलदार को कार्यवाही के निर्देश दिए कि तत्काल स्थल जांच परीक्षण करें यद्यपि अतिक्रमण पाये जाने की स्थिति में त्वरित अतिक्रमण हटाने की नियमानुसार कार्यवाही करें एवं पूर्ण निराकरण का स्पष्ट प्रतिवेदन तीन दिवस के भीतर में दिया जाये। जिसके आधार पर प्रशासन अतिक्रमण हटाने के लिए गया था परंतु मौके पर अतिक्रमण करता महिला के आत्मदाह की चेतावनी पर वरिष्ठ अधिकारी मौके पर न होने के कारण दलबल के साथ पहुंचे राजस्व निरीक्षक मुकेश कुमार सोनी दलबल के साथ बैरंग लौट गए और कार्यवाही को आगामी समय के लिए स्थगित कर दिया। उक्त संबंध में तहसीलदार वारासिवनी से संपर्क किया गया परंतु संपर्क नहीं हो पाया।
उक्त अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के लिए वारासिवनी राजस्व विभाग से राजस्व निरीक्षक मुकेश सोनी, पटवारी दिलिप बिसेन, अरविंद बावनथड़े, अंकुश मर्सकोले, संध्या रंगारे और रामपायली थाना से एएसआई श्री पटले बल के साथ अतिक्रमण मुक्त करने जेसीबी लेकर ग्राम बकेरा पहुंचे। अतिक्रमणकर्ता स्वरूपचंद पिता पंचम कोल्हे द्वारा जमकर विरोध किया गया वहीं उनकी पत्नी ने एक हाथ में पेट्रोल भरी डबकी को अपने ऊपर चिड़कर आत्मदाह की बार-बार चेतावनी देने लगी। जिस पर पुलिस प्रशासन, पंचायत कर्मी और राजस्व प्रशासन ने अतिक्रमण कर्ताओं को समझाएं दी गई लेकिन अतिक्रमणकर्ता सहपरिवार प्रशासन अमले के सामने खड़ा रहा। आखिरकार पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारी हाई वोल्टेज ड्रामा देख कर अपने कदम पीछे हटा लिए और जेसीबी मशीन को वापस लौटना पड़ा। जहां मौजुद राजस्व अमले ने कहा कि कोई सक्षम अधिकारी के बिना अतिक्रमण मुक्त की कार्यवाही नहीं हो सकती, जहां आगामी समय तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
इनका कहना है
अतिक्रमण कर्ता ने कहा कि मेरे परिवार में हम पांच लोग हैं जहां पहले बस्ती में हमारा मकान था जहां मकान टूट गया था जिसके बाद हम करीब तीन साल तक खंडार पड़ी स्कूल में जीवन बिताए अब हमारे द्वारा पंचायत के पास खाली पड़ी सरकारी जमीन पर मकान बना रहें हैं तो अतिक्रमण बोल कर तोड़ने आए थे हम चाहते हैं कि हमें मकान तोड़ने का मुआवजा दे फिर मकान तोड़े।
स्वरूपचंद पिता पंचम कोल्हे अतिक्रमणकर्ता
दुरभाष पर चर्चा में बताया कि पंचायत द्वारा उक्त भूमि पर शासकीय प्रयोजन हेतु रखा गया है आगामी समय में उक्त भूमि पर गोदाम, सोसायटी भवन, हाट-बाजार, खेलकुद व उद्यान हेतु सुरक्षित गई है। अतिक्रमणकर्ता को मकान निर्माण करने से पहले ही कई बार रोका गया लेकिन वह नहीं रुके और आज मकान निर्माण किया जा रहा था जिसकी शिकायत राजस्व विभाग को दी गई थी। उसी के तहत अतिक्रमण हटाने अधिकारी पहुंचे थे पर अतिक्रमण नहीं हटाए हैं। प्रशासन से मांग है कि जल्द से जल्द अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही होनी चाहिए।