बैहर छिंदी टोला निवासी आदिवासी महिला सरिता मरावी को जिला अस्पताल में अब भी इलाज नहीं मिल पा रहा है आपको बताएं कि 12 मार्च की रात को यह महिला जिला अस्पताल इलाज के लिए पहुंची थी।
जिसे काफी घंटे बैठाए रखने के बाद घर जाने की सलाह दी गई थी लेकिन इस मामले में मीडिया के दखल के बाद जैसे-तैसे महिला को ट्रामा सेंटर के प्रसूति वार्ड में भर्ती किया गया लेकिन उसे बेहतर उपचार अब तक नहीं दिया गया।
आरएमओ अरुण लांजेवार से चर्चा की गई तो उन्होंने यहां तक कि कह दिया कि महिला को छिंदवाड़ा इलाज के लिए रेफर कर दिया गया जबकि वर्तमान में महिला ट्रामा सेंटर में भर्ती है जिससे यह साबित होता है कि जिला अस्पताल मैं जिम्मेदार पदों पर बैठे अधिकारियों के द्वारा भी मरीजों के इलाज को लेकर गलत बयान भी दिए जाते हैं
आदिवासी महिला को इलाज ना मिल पाने की जानकारी लगने पर आदिवासी समाज संगठन के जिलाध्यक्ष भुवन सिंह कुर्राम जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर पहुंचे और पीड़ित महिला से चर्चा कर उसे उचित इलाज का आश्वासन दिया वहीं जिला अस्पताल प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई
सीएमएचओ मनोज पांडे ने कहा कि मरीज के उपचार को लेकर आर एम ओ के द्वारा जानकारी दी गई थी कि उसे छिंदवाड़ा रेफर कर दिया गया है उन्होंने कहा कि वह इस मामले को संज्ञान में लेकर त्वरित व्यवस्था पुलिस व्यवस्था कराएंगे