आधी अधुरी तैयारी के बीच समर्थन मूल्य में होगी धान खरीदी

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किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम दिलवाने एवं दलालों व बिचौलियों के शोषण से बचाने के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा प्रतिवर्ष मार्केटिंग एवं सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से समर्थन मूल्य में धान खरीदी की जाती है। शासन के निर्देशानुसार वर्ष २०२३-२४ के लिए बालाघाट जिले सहित लालबर्रा विकासखण्ड में १ दिसंबर से समर्थन मूल्य में धान खरीदी कार्य शुरू होना है परन्तु जिन सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से धान खरीदी किया जाना है वह बारदाने तक नही पहुंचे है जिससे समर्थन मूल्य में धान खरीदी कार्य में परेशानियां बढ़ सकती है। साथ ही २८ नवंबर से क्षेत्र में मौसम परिवर्तन होने के साथ ही बारिश भी हो रही है ऐसी स्थिति में अगर समिति खुले आसमान के नीचे धान खरीदी कर उसे ठप्प करते है तो धान भींगने का भी डर समिति प्रबंधकों को भी सता रहा है जिसके कारण भी कई समितियों में धान खरीदी की तैयारी प्रारंभ नही की गई है जिससे किसान भी असमंजस्य की स्थि ित में है कि १ दिसंबर से धान खरीदी शुरू होगी या नही। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक लालबर्रा के अंतर्गत आने वाली ९ सेवा सहकारी समितियों के अंतर्गत १४ धान खरीदी केन्द्र बनाये गये है, इस तरह १ दिसंबर से १४ केन्द्रों में समर्थन मूल्य में धान खरीदी शुरू की जायेगी और समिति के प्रबंधकों व खरीदी प्रभारियों के द्वारा धान खरीदी की तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। लालबर्रा वृहत्ताकार सेवा सहकारी समिति लालबर्रा व सेवा सहकारी समिति मिरेगांव के द्वारा बकोड़ा स्थित कृषि उपज मंडी में समर्थन मूल्य में धान खरीदी की जायेगी परन्तु मंडी परिसर में वेयर हाउस का गेंहू ठप्प है एवं समिति के द्वारा मंडी परिसर में तैयारी अब तक शुरू नही की गई है, न ही आसपास उग चुकी झाडिय़ों की साफ-सफाई की गई है इसी तरह अन्य समितियों में भी तैयारी पूरी नही हुई है और समर्थन मूल्य में धान खरीदी शुरू होने को महज १ दिन शेष बचा है। वहीं जिम्मेदारों का कहना है कि १ दिसंबर से शासन के निर्देशानुसार धान खरीदी केन्द्रों में समर्थन मूल्य में धान खरीदी कार्य का श्रीगणेश किया जायेगा किन्तु इस आधी अधुरी तैयारी में कैसे धान खरीदी का कार्य शुरू पायेगा समझ से परे लग रहा है।

स्लॉट बुक कर अपनी सुविधानुसार किसान बेच सकेंगे धान

पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी किसानों को मोबाईल पर मैसेज नही आयेगा बल्कि किसान अपनी स्वेच्छानुसार समिति से धान विक्रय करने की तिथि लेगा और उस तिथि पर अपनी उपज विक्रय के लिए लेकर आयेगा जिसके लिए शासन के द्वारा स्लॉट बुक की सुविधा प्रदान की गई है। जिसमें किसान अपने-अपने क्षेत्र की खरीदी केन्द्रों में पहुंचकर समर्थन मूल्य में धान विक्रय के लिए किये गये पंजीयन की प्रति, मोबाईल लेकर पहुंचेगें जिन्हे उनकी इच्छानुसार तिथि दी जायेगी कि किस तिथि में आप अपना धान विक्रय करने लायेगें उसी दिन किसान उपज लेकर पहुंचेगा जिससे पूर्व की भांति खरीदी केन्द्रों में भीड़ नही होगी और किसानों को परेशानी भी नही होगी।

२१८३ रूपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर होगी धान खरीदी

किसानों के द्वारा लंबे समय से धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग की जा रही ताकि उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके परन्तु सरकार समर्थन मूल्य किसानों की मांग के अनुरूप नही बढ़ा रही है जिससे किसानों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश देखा जा रहा है। शासन के द्वारा वर्ष २०२३-२४ में सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से खरीफ धान की फसल २१८३ रूपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी की जायेगी। किसानों ने शासन-प्रशासन से धान का समर्थन मूल्य २५००-३००० रूपये प्रति क्विंटल किये जाने की मांग की है ताकि इस महंगाई के दौर में फसल उत्पादन में लगने वाली लागत निकल सके।

दूरभाष पर चर्चा में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक लालबर्रा पर्यवेक्षक डीके लिल्हारे ने बताया कि शासन के निर्देश पर १ दिसंबर से समर्थन मूल्य में धान खरीदी कार्य प्रारंभ की जायेगी और लालबर्रा जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अंतर्गत ९ सेवा समितियों के अंतर्गत १४ धान खरीदी केन्द्र बनाये गये है जहां समर्थन मूल्य में धान खरीदी की तैयारी जारी है परन्तु अब तक बारदाने उपलब्ध नही हुए है एवं मौसम परिवर्तन होने के कारण बदलीनुमा मौसम बना हुआ है एवं बारिश होने की संभावना बनी हुई है, अगर बारिश हो जाती है तो खरीदी करने में परेशानी होगी। साथ ही यह भी बताया कि समर्थन मूल्य में धान उपज विक्रय करने के लिए करीब ११ हजार किसानों ने पंजीयन करवाया गया और इस वर्ष स्लॉट बुक कर किसान किसी भी केन्द्र में अपनी उपज १ दिसंबर से लेकर १९ जनवरी तक २१८३ रूपये प्रति क्विंटल की दर से विक्रय कर सकते है।

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