वैशाख का महीना आते ही गर्मी ने अब अपने तीखे तेवर दिखाना शुरू कर दिया है, दोपहर की कड़ी धूप में घर से निकलने की लोग हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। शहर के मुख्य मार्गों की सड़वेंâ दोपहर में सूनी नजर आने लगी हैं। पारा औसत से ऊपर चला गया है। यहां तक बिना वूâलर पंखों को दिन और रात काटना मुश्किल हो रहा है। मौसम का मुकाबला करने के लिये टोपी, गमछा, चश्मा का उपयोग करते लोग नजर आने लगे हैं। शीतल पेय की मांग बढ़ गई है। गुरुवार के मुकाबले शुक्रवार को पारा और ऊपर चढ,४४ डिग्री की तरफ लपक गया।
पिछले एक पखवाड़े से मौसम बदमिजाज रहा है। कभी अंधड़ पानी तो कभी बादलों के साये में बूंदाबांदी होती रही है। हवाएं भी उत्तरी रही हैं, जिससे पूरा चैत्र का महीना ठण्डी और गर्मी के मिश्रित वातावरण में बीत गया। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों ने आपदा झेली। अभी एक बार फिर उत्तर प्रदेश से तमिलनाडू तक हवा के कम दबाव का क्षेत्र बन गया था, जो मध्यप्रदेश की ओर बढ़ रहा था, लेकिन यह लो प्रेशन बीच रास्ते में ही हट गया। अब आसाम में पश्चिमी विक्षोप का असर है। जिसका मध्यप्रदेश में कोई खास प्रभाव नहीं है। हवाएं भी पश्चिमी चलीं। अब मौसम की शुष्कता के साथ-साथ तापमान निश्चित तौर पर आगे बढ़ेगा। मौसम कार्यालय के मुताबिक पिछले २४ घंटों के दौरान नगर का अधिकतम तापमान ४३.०९ डिग्री सेल्सियस सामान्य से ३ डिग्री अधिक दर्ज किया गया, न्यूनतम तापमान २७.०२ डिग्री सेल्सियस सामान्य से २ डिग्री अधिक दर्ज किया गया। हवा में नमी प्रातःकाल २५ प्रतिशत और सायंकाल १२ प्रतिशत आंकी गई। सूर्योदय सुबह ५.३७ बजे और सूर्यास्त शाम ६.३७ बजे हुआ। प्रदेश में सबसे अधिक ४६ डिग्री तापमान राजगढ़ , नौगांव जिले में दर्ज किया गया। पश्चिमी हवाएं ४ किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलीं। अगले २४ घंटों के दौरान मौसम शुष्क रहने की संभावना है।