इंडोनेशिया का सबसे ऊंचा ज्वालामुखी माउंट सेमेरू रविवार को फट गया। इसके बाद 12 हजार फीट ऊंचे पहाड़ की चोटी से लावा, गर्म गैसें निकलने लगीं, जो करीब 8 किलोमीटर दूर तक बहती नजर आईं। बता दें कि माउंट सेमेरू पिछले कई दिनों से सुलग रहा है, लेकिन मॉनसूनी बारिश की वजह से उसका लावा डोम टूटा और ज्वालामुखी फट गया।
यहां रहने वाले लोगों को 20 किमी दूर स्थित स्कूल में पहुंचाया गया है। सरकार की ओर से उन्हें खाना-पानी और दवाएं दी जा रही हैं। अभी ज्वालामुखी के डेंजर जोन में करीब 3 हजार मकान हैं। राहत और बचाव के लिए अभी भी काम चल रहा है।
इंडोनेशिया के नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसी के प्रवक्ता अब्दुल मुहारी ने बताया कि ज्वालामुखी के मौजूद कई गांव राख के ढेर में छिप गए हैं। ज्वालामुखी से निकल रहे धुएं की वजह से आसमान काला नजर आ रहा है। हालात ऐसे हैं कि लोगों को दिन में भी लाइट जलाने की जरूरत महसूस हो रही है।
इंडोनेशिया में हैं 121 एक्टिव ज्वालामुखी
माउंट सेमेरू ज्वालामुखी इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता से 800 किलोमीटर दूर दक्षिणपूर्व स्थित जावा में है। इसके अलावा भी जावा में कई सक्रिय ज्वालामुखी हैं। इनमें से माउंट सेमेरू सबसे खतरनाक है। वहीं, पूरे इंडोनेशिया में 121 सक्रिय ज्वालामुखी मौजूद हैं।
पिछले साल भी माउंट सेमेरू ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ था। तब इसके लावा और गर्म गैसों की चपेट में आने 51 लोगों की मौत हो गई थी।