शहर के बाणगंगा क्षेत्र के वार्ड 12 की कई कालोनियों में हमेशा तेज बारिश के दौरान जलजमाव होता है। इसकी मूल वजह वहां की भौगोलिक स्थिति है। पहले क्षेत्र में कई ईंट भट्टे संचालित होते थे, जहां बाद में कालोनियां और बस्तियां बस गईं। अब गड्ढों के कारण आसपास का पूरा पानी इन्हीं रहवासी क्षेत्रों में भर जाता है। तेज बारिश के कारण घरों और गलियों में घुटनों-घुटनों तक पानी भरता है, जिससे लोग परेशान होते हैं। वार्ड की गोविंद कालोनी, न्यू शीतल नगर और कर्मा नगर में ज्यादा जलजमाव होता है।
इन कालोनियों में स्टार्म वाटर तो दूर व्यवस्थित ड्रेनेज लाइन भी नहीं बिछ पाई है। स्टार्म वाटर लाइन इसलिए नहीं डल पाई है, क्योंकि वहां छोटी-छोटी गलियां और सड़कें हैं और लाइन बिछाने की जगह नहीं है। वार्ड के पूर्व पार्षद और एमआइसी सदस्य संतोष गौर के मुताबिक इस साल यादव नगर में जलजमाव की आशंका है, क्योंकि नाला टेपिंग के लिए निगम ने वहां लाइन बिछाई हैं। बीते दिनों हुई बारिश में जिस तरह से पानी का बहाव बाधित हुआ, उससे लगता है कि यादव नगर में भी जलजमाव का खतरा है।
उन्होंने बताया कि दो साल पहले कर्मा नगर से यादव नगर होते हुए वाल्मिकी नगर और नीला आकाश स्कूल से यादव नगर, गोविंद कालोनी होकर वृंदावन कालोनी चौराहे तक ड्रेनेज लाइन बिछाने का काम शुरू करवाया था। कर्मा नगर वाली लाइन बिछ तो गई, लेकिन वाल्मिकी नगर चौराहे की तरफ उसमें बहाव संबंधी परेशानी है। वहां निगम नेे बारिश में काम किया था, जिससे महाराणा प्रताप नगर और शीतल नगर के बीच लाइन धंसने लगी। इस कारण लोगों ने विरोध करतेे हुए काम रुकवा दिया था।
पिछले दिनों नगर निगम के अधिकारी क्षेत्र में आए थे, लेकिन फिर वे बारिश में काम शुरू करेंगे, तो लोग विरोध करेंगे। यह काम तो बारिश से पहले होना था। लाइन बिछने से कर्मा नगर, यादव नगर और राधाकृष्ण नगर की समस्या खत्म हो जाएगी। क्षेत्र में स्टार्म वाटर लाइन के लिए जगह नहीं है। कहीं बेकलेन से पानी आता है, तो कहीं सड़क से। निगम अफसरों का कहना है कि क्षेत्र मेें कई मकान नालेे की जमीन पर बने हैं, जिससे पानी को निकलने का रास्ता नहीं मिलता और जलजमाव होता है। जिस हिस्से की लाइन नहीं बिछ पाई है, वहां बचा काम करने केे प्रयास किए जा रहे हैं।
गोविंद कालोनी में बिछाएंगे स्टार्म वाटर लाइन
निगम के अपर आयुक्त संदीप सोनी के अनुसार गोविंद कालोनी की एक सड़क नीची है, जिससेे वहां आसपास की गलियों का पानी इकट्ठा होकर जमा होता है और फिर धीरे-धीरे निकलता है। वहां 300 मीटर लंबाई में स्टार्म वाटर लाइन बिछानी पड़ेगी। इस संबंध में निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने भी निर्देश दिए हैं। वाल्मिकी नगर के सामने मिट्टी धंसने के कारण एक लाइन को ऊंची बिछाया गया था, वहां पुशिंग कर लाइन बिछाई जा रही है। हालांकि, यह लाइन चालू है।