प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन 2.0 की शुरुआत के दौरान इंदौर का उल्लेख करते हुए यहां कि स्वच्छता की तारीफ की।
स्वच्छता मिशन 2.0 में इंदौर में सफाई को लेकर जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि जो लोग इंदौर से जुड़े हैं या जो लोग इस कार्यक्रम को देख रहे हैं, वह लोग इंदौर को अच्छी तरह जानते हैं। इंदौर को आज देश के साथ ही विश्व में उसे अपनी सफाई के लिए जानते हैं। इंदौर स्वच्छता में नंबर वन शहर है। यहां के लोगों ने यह तमगा समग्र प्रयासों से हासिल किया है। सभी लोग और शहर इंदौर का अनुसरण करते हुए अपने शहर और देश को स्वच्छ बना सकते हैं। गौरतलब है कि इंदौर स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार चार बार नंबर वन रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश का भी उल्लेख किया, उन्होंने कहा कि स्ट्रीट वेंडरों को सबसे ज्यादा लोन केवल मध्य प्रदेश में दिया गया है। मैं सभी प्रदेशों से आग्रह करता हूं कि वह भी आगे आए और इस योजना को बढाए। इन लोगों की स्थिति सुधारने के लिए भी सभी प्रदेशों में एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हो। इससे इन स्ट्रीट वेंडरों की स्थिति में भी सुधार आएगा।
इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा, आज भारत हर दिन करीब एक लाख टन वेस्ट, प्रोसेस कर रहा है। 2014 में जब देश ने अभियान शुरू किया था तब देश में हर दिन पैदा होने वाले वेस्ट का 20 प्रतिशत से भी कम प्रोसेस होता था। आज हम करीब 70 प्रतिशत डेली वेस्ट प्रोसेस कर रहे हैं। अब हमें इसे 100 प्रतिशत तक लेकर जाना है। 2014 के पहले के सात वर्षों की बात करें, तो शहरी विकास मंत्रालय के लिए करीब सवा लाख करोड़ रुपये का ही बजट आवंटित था। हमारी सरकार के सात वर्षों में शहरी विकास मंत्रालय के लिए करीब 4 लाख करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया।
उन्होंने देश में शहरों के विकास के लिए आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी लगातार बढ़ रहा है। अभी अगस्त के महीने में ही देश ने नेशनल आटोमोबाइल स्क्रेपेज पालिसी लांच की है ये नई स्क्रैपिंग पालिसी, वेस्ट टू वेल्थ के अभियान को, सर्कुलर इकनोमी को और मजबूती देती है। ये पालिसी देश के शहरों से प्रदूषण कम करने में भी बड़ी भूमिका निभाएगी। इसका सिद्धांत है- रियूज, रिसाइकल और रिकवरी। सरकार ने सड़कों के निर्माण में भी वेस्ट के उपयोग पर बहुत ज्यादा जोर दिया है।