सबसे साफ शहर कहे जाने वाले इंदौर से एक घोर लापरवाही की घटना सामने आई है। वह भी यहां के नगर निगम प्रशासन के द्वारा। जिसने एक मासूम की जिंदगी को खतरे में डाल दिया था। यदि समय पर फरिश्ते के अवतार में वो बालकर नहीं आता तो अनहोनी होना तय था। पाइप लाइन सुधारने के नाम पर गड्ढे खोदकर पीएचई विभाग लापरवाही दिखा रहा है। जिसका खामियाजा जनता को उठाना पड़ रहा है। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
दरअसल, इंदौर के वार्ड नंबर एक का चार दिन पुराना एक वीडियो इंटरनेट पर सुर्खियों में है। अम्मार नगर के इस सीसीटीवी वीडियो में एक बच्ची अपनी दादी के साथ सड़क पार करती दिख रही है। उसकी दादी निगम के खोदे गड्ढे को पार करते हुए आगे निकल जाती है। पर मासूम बच्ची जिज्ञासा के कारण इस गड्ढे को देखने लगती है। उसे क्या पता था की नगर निगम द्वारा खोदा गया ये गड्ढा उसके लिए जानलेवा हो सकता है।
सीसीटीवी में भी वही हुआ जिस बात का डर था। बच्ची जैसे ही गड्ढे को देखने के लिए झुकी तो उसका पैर फिसला गया। वह अपना संतुलन नही बना पाई और धड़ाम से उस जलाशय में गिर गई। उसे दो तीन गोते भी लग चुके थे। वह उस गहरे गड्ढे में हाथ पैर चला रही थी। पास ही एक बाइक सवार खड़ा था पर उसने डूबती बच्ची को इग्नोर किया और आगे चलते बना। इसके बाद उसी गली में एक और बच्चा हाथों में हरा चारा लेकर आ रहा था। उसने जैसे ही ये मंजर देखा तुरंत चारे की गठिया को फेंकते हुए मासूम की तरफ लपका। हिम्मत की मिसाल पेश करते हुए उसने मासूम बच्ची को गड्ढे से जैसे तैसे दम लगाकर बाहर निकाल लिया। सीसीटीवी में कैद ये घटना इंटरनेट पर वायरल हो रही है। लोग बच्चे की हिम्मत की तारीफ कर रहे हैं। वहीं लोग इंदौर नगर निगम की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं।