युक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने लेबनान में शांति स्थापना अभियान में सेना भेजने वाले भारत और दूसरे देशों की सराहा है। उन्होंने बुधवार को कहा कि लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (यूएनआईएफआईएल) के शांति सैनिक अपनी जगह पर बने हुए हैं। इजरायल ने इन्हें कहीं और ट्रांसफर करने की मांग की है लेकिन संयुक्त राष्ट्र का ध्वज वहां लहरा रहा है। यूएन चीफ ने पश्चिम एशिया की स्थिति पर सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक में यह बात कही।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि मैं संयुक्त राष्ट्र शांति सेना (यूएनआईएफआईएल) के मिलिट्री और सिविलियन मेंबर्स तथा सैन्य योगदान देने वाले देशों के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता दोहराता हूं। करीब 900 भारतीय सैनिक यूएनआईएफआईएल के साथ हैं, जो इजरायल और लेबनान को अलग करने वाली ‘ब्लू लाइन’ पर तैनात है। वे लेबनान में घुस आई इजरायली सेना और लेबनानी आतंकी ग्रुप हिजबुल्लाह के बीच, तैनात हैं।
‘सैनिक अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं’
गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा है कि जमीन पर मौजूद यूएनआईएफआईएल अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी जारी है और पहले से ज्यादा हो रही है। इस सबके बीच वे अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए साथ अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
दुजारिक ने बताया कि इजरायली सेना ने यूएनआईएफआईएल को ब्लू लाइन के पास कई जगहों से हटने के लिए कहा था लेकिन ऑपरेशनल और राजनीतिक नजरिए से इसे नहीं माना गयाा। उन्होंने कहा, ‘हम वहीं जमे रहेंगे और अपने रुख और शांति सैनिकों की सुरक्षा का हर घंटे के आधार पर आकलन करेंगे।’