शासन की मंशा अनुरूप जहां एक और जिला पंचायत प्रांगण में सोमवार को दिव्यांगजनों को चिन्हित कर आवश्यकता अनुसार उन्हें सामग्री वितरण करने का शिविर लगाया गया। तो वहीं दूसरी ओर जिला पंचायत के सामने भूख हड़ताल पर बैठे दिव्यांग जनों की छटवें दिन भी भूख हड़ताल जारी रही। जहां भूख हड़ताल कर रहे दिव्यांगों ने शिविर के माध्यम से दिव्यांगजनों को दी जाने वाली सामग्रियों को घटिया और निम्न किस्म की सामग्री बताते हुए उच्च क्वालिटी की सामग्रियों का वितरण किए जाने की बात कही तो वहीं उन्होंने हड़ताल को 6 दिन बीत जाने के बाद भी मांग पूरी ना होने पर अन्न साथ-साथ अब पानी का भी त्याग कर निर्जल भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी है।
8 फरवरी से जारी है दिव्यांगों का धरना प्रदर्शन
आपको बताए की वर्षों से लंबित अपनी विभिन्न सूत्रीय मांगों को लेकर 8 फरवरी से जिला पंचायत कार्यालय के सामने दिव्यांग जनों ने धरना प्रदर्शन शुरू किया है। जिनका यहां अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन छटवें दिन भी जारी रहा।जहां मांग पूरी ना होने पर नाराजगी जताते हुए प्रगतिशील दिव्यांग कल्याण सेवा समिति के सदस्यों ने स्थानीय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की वही अपनी विभिन्न मांगों को यथाशीघ्र पूरी किए जाने की गुहार लगाई। इस दौरान दिसंबर माह में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दिया गया लिखित आश्वासन अब तक पूरा ना होने और धरना प्रदर्शन के 6 दिन बीत जाने के बाद भी मांग पूरी ना होने पर ऐतराज जताते हुए प्रगतिशील दिव्यांग कल्याण सेवा समिति जिला अध्यक्ष अमन नामदेव सहित अन्य 7 सदस्यों ने 10 फरवरी से अन्न का त्याग कर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की है उसके बावजूद भी उनकी विभिन्न मांगों का समाधान नहीं हो सका जिस पर अपनी नाराजगी जताते हुए भूख हड़ताल करने वाले अध्यक्ष सहित अन्य दिव्यांग जनों ने अब पानी का त्याग कर निर्जल भूख हड़ताल किए जाने की चेतावनी दी है।
इनके द्वारा शुरू किया जाएगा निर्जल अनशन
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बार-बार धरना प्रदर्शन करने, धरना प्रदर्शन करने पर मांगों को पूरा करने का आश्वासन मिलने और लिखित आश्वासन के बाद भी उनकी मांग पूरी ना होने से नाराज प्रगतिशील दिव्यांग कल्याण सेवा समिति द्वारा एक बार फिर से जिला पंचायत के सामने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया गया है। जहां धरना प्रदर्शन के 6 दिन बीत जाने के बावजूद भी मांग पूरी ना होने पर प्रगतिशील दिव्यांग कल्याण सेवा समिति अध्यक्ष अमन नामदेव सहित अन्य 7 सदस्यों ने शुक्रवार से अन्न त्याग कर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू की है। उसके बावजूद भी उनकी इन मांगों पर अब तक कोई ध्यान प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा नहीं किया गया है जिसके चलते हड़ताली दिव्यांग जनों ने अब पानी का त्याग कर निर्जल भूख हड़ताल किए जाने की चेतावनी दी है। जानकारी के अनुसार 10 फरवरी से अन्न त्याग कर भूख हड़ताल कर रहे प्रगतिशील दिव्यांग कल्याण सेवा समिति जिला अध्यक्ष अमन नागदेव, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य संत कुमार मेरावी, प्रतीक चौहान, कार्यकारिणी सदस्य मनोज खोबरागडे, संदीप कठाने ,अनिल जैन और देवेश्वरी हरिनखेडे के द्वारा आज से अन्न के साथ साथ जल भी त्याग कर निर्जल भूख हड़ताल शुरू की जाएगी।
इन मांगों को लेकर फिर शुरू किया धरना
प्रगतिशील दिव्यांग कल्याण सेवा समिति के पदाधिकारियों ने प्रशासनिक अधिकारियों का दिया गया आश्वासन अब तक पूरा ना होने पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए एक बार फिर 7 सूत्रीय मांगों को लेकर हुंकार भरी है। जिसमें उन्होंने सभी शासकीय कार्यालयों में एवं स्कूलों में उनकी योग्यतानुसार कार्य दिया जाने, दिव्यांगजनों के रहने के लिये एक जिला स्तरीय छात्रावास की व्यवस्था की जाने।दिव्यांगजनों को महाविद्यालय में प्रवेश एवं परीक्षा शुल्क में अतिरिक्त छूट दी जाने, कई दिनों से बंद पड़े दिव्यांग सब्सिडी लोन पोर्टल को पुनः प्रारम्भ किया जाने, दिव्यांगजनों को वितरित किये गये मोटर साइकिलों (बंद अवस्था) की मरम्मत की व्यवस्था कीए जाने, दिव्यांगजनों को दिये जाने वाले रेल्वे पास को नागपुर डी. आर. एम. से न बनाते हुये बालाघाट,रेल्वे स्टेशन से बनाने की व्यवस्था की जाने, और मध्यप्रदेश से बाहर जाकर शिक्षा प्राप्त करने वाले दिव्यांक छात्र/छात्राओं को जनभागीदारी के सहयोग से रहने खाने की व्यवस्था बनाने सहित अन्य मांगों को पूरा करने की गुहार लगाई है।
घटिया सामान मिला तो सामान की होली जला देंगे- अमन नागदेव
मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान प्रगतिशील दिव्यांग कल्याण सेवा समिति जिला अध्यक्ष अमन नागदेव ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी शासन प्रशासन द्वारा दिव्यांग जनों को उनकी जरूरत की सामग्री वितरित करने के लिए शिविर लगाया गया है। लेकिन इस शिविर में दिव्यांग जनों को निम्न स्तर की घटिया सामग्री का वितरण किया जाता है । दृष्टिबाधित के लिए जो मोबाइल शासन द्वारा दिया जाता है उसमें काफी कम रैम होती है जिससे सॉफ्टवेयर सपोर्ट नहीं करता और मोबाइल हैंग होता है। इसी तरह जो सायकल दिव्यांगजनों को दी जाती है उसकी बैटरी महज 2 महीने में ही खराब हो जाती है। वही साइकिल खराब होने पर उसकी मरम्मत भी नहीं हो पाती, उसे सुधारने के लिए मैकेनिक तक नहीं है ।हमारी शासन से अपील है कि दिव्यांग जनों को जो सामग्री वितरित की जानी है वह अच्छी क्वालिटी की दें। ताकि दिव्यांगजन यूज कर सके । यदि इस बार भी दिव्यांग जनों को गलत सामान दिया गया तो हम उसकी होली जला देंगे। उन्होंने आगे बताया कि यहां प्रशासन, नेता और अधिकारियों के बच्चे दिव्यांग नहीं है इसीलिए उन्हें दिव्यांगों का दर्द समझ नहीं आ रहा है । इसके पहले भी हमें लिखित में आश्वासन दिया गया था लेकिन आज तक पूरा नहीं हुआ। हम पिछले 6 दिनों से हड़ताल पर हैं वही 5 दिनों से भूख हड़ताल कर रहे हैं उसके बावजूद भी हमारी मांग पूरी नहीं की जा रही है इसीलिए हमने फैसला किया है कि अब हम पानी का भी त्याग कर देंगे और निर्जल भूख हड़ताल करेंगे।