एक ओर नगर पालिका बालाघाट द्वारा नगर के विकास कार्यों के लिए हाल ही में करोड़ों रुपए का बजट पेश किया गया है तो वहीं दूसरी ओर नगर के विभिन्न वार्ड स्थित गार्डन जिम्मेदार अधिकारियों की उपेक्षा का दंश झेल रहे हैं। शायद यही वजह है कि नगर के विभिन्न वार्डों में बनाए गए गार्डन अपनी बदहाली पर आंसू बहाते नजर आ रहे हैं। हालाँकि नगरपालिका बालाघाट द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है स्वच्छता में बालाघाट नगर का नाम प्रमुखता से आये इस दिशा में कार्य कर रहा है लेकिन कालोनियों में जो गार्डन बने हैं उनकी क्या दशा है इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यही कारण है कि कालोनी के लोगों को खुद ही चंदा करके अपने आसपास के गार्डन को सवारने का कार्य करना पड़ रहा है। ऐसा ही मामला नगर के वार्ड नंबर 23 स्थित दीनदयाल पुरम कॉलोनी का सामने आया है यहां निवासरत लोगों ने चंदा करके वहां के गार्डन का जीर्णोद्धार किया है तथा नगरपालिका के सहयोग से उस गार्डन को अच्छा स्वरूप दिया है।
अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा था गार्डन
आपको बताये कि दीनदयाल पुरम कॉलोनी में तीन गार्डन अच्छी स्थिति में हैं लेकिन इस गार्डन की स्थिति बहुत ही दयनीय हो गई थी। वह गार्डन कचरा घर के रूप में तब्दील हो गया था, कई वर्ष बीत जाने के बाद भी साफ सफाई की ओर किसी के भी द्वारा ध्यान नहीं दिया गया। जिसके चलते यह गार्डन अन्य गार्डन की तरह अपनी बदहाली पर आंसू बहा था नजर आ रहा था जिसका स्थानीय लोगों ने संज्ञान लेकर स्वयं चंदा एकत्र कर गार्डन को सवारने का कार्य किया है।
वाहन पार्किंग के रुप में गार्डन का हो रहा था इस्तेमाल
बताया जा रहा है कि उपेक्षा का दंश झेल रहे इस गार्डन में चारों तरफ कचरा पड़ा रहता था वही गंदगी का वातावरण निर्मित रहता था, जिसके कारण यहां रहने वाले लोगों को परेशानी भी होती थी। वही गार्डन में वाहन खड़े कर दिए जाते थे जिससे यह पार्किंग स्थल के रूप में उपयोग किया जा रहा था, वही गंदगी के चलते सुअरो का भी जमावड़ा रहता था इसको देखते हुए कॉलोनी के लोगों द्वारा आपस में चर्चा कर इस गार्डन का जीर्णोद्धार करने का निर्णय लिया गया और तीन-तीन हजार रुपए एकत्रित कर सुधार कार्य करवाया गया। गार्डन के चारों तरफ तार की फेंसिंग लगाई गई है वहीं नगरपालिका के सहयोग से कुछ कुर्सियां भी लगाई गई। इस कार्य में नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों का भी योगदान रहा।
सभी के सहयोग से गार्डन का जीर्णोद्धार किए हैं – संगीता रंगलानी
दीनदयाल पुरम कॉलोनी निवासी श्रीमती संगीता रंगलानी ने बताया कि यहां के कुछ लोगों के सहयोग से गार्डन को व्यवस्थित बनाया जा रहा है इसमें नगरपालिका का कोई सहयोग नहीं है। काफी समय से यह गार्डन कचरा घर टाइप हो गया था नगरपालिका कार्यालय में कई बार बोले, पूर्व अध्यक्ष अनिल धुवारे को यहां की समस्या बताएं लेकिन कुछ नहीं हुआ। पार्षद भी ध्यान नहीं दे रहा था यह कहे कि यहां के गार्डन का जीर्णोद्धार करवाने कोई सुन नहीं रहा था। दीनदयाल पुरम कॉलोनी में तीन गार्डन है उनमें दो गार्डन अच्छे हैं यह गार्डन बहुत खराब स्थिति में था इसलिए इस गार्डन का सभी के सहयोग से जीर्णोद्धार किए हैं।
निराश होकर चंदा लेकर सुधार कार्य करना पड़ रहा है – सतीश ठाकुर
दीनदयाल पुरम कॉलोनी निवासी सतीश सिंह ठाकुर ने बताया कि वे यहां 20 वर्ष से निवास कर रहे हैं लेकिन बड़ा दुर्भाग्य है कि कोई भी पार्षद ने यहां के विकास कार्य में रुचि नहीं लिया। केवल चुनाव के समय ही आए उसके बाद अपनी शक्ल नहीं दिखाए, इसके पहले भी मरावी पार्षद रही कभी यहां के विकास कार्य पर उन्होंने ध्यान नहीं दिया। खानापूर्ति के नाम पर कभी कभार साफ सफाई होती है नगर पालिका के सफाई कर्मचारी ध्यान देकर सफाई में सहयोग दे रहे हैं। हमने कई बार नगरपालिका में लिखित आवेदन दिया लेकिन कुछ नहीं हुआ, निराश होकर यहां के लोगों ने चंदा कर सुधार कार्य कर रहे हैं। हमने सोचा है किसी जनप्रतिनिधि का सहयोग न लेकर सफाई कार्य करेंगे और वही कर रहे है।
नगरपालिका सहयोग दें तो अच्छा गार्डन बन सकता है – टेम्भरे
कॉलोनी वासी जे एन टेम्भरे ने बताया कि वे यहां पिछले 23 वर्षों से रह रहे हैं इस गार्डन में बहुत ज्यादा गंदगी थी। सूअरों एवं आवारा पशुओं का जमावड़ा रहता था तथा इस गार्डन का पार्किंग स्थल के रूप में इस्तेमाल हो रहा था। आज तक नगरपालिका का सहयोग नहीं मिलने के कारण इस गार्डन की दयनीय स्थिति हो गई थी, आज नगरपालिका द्वारा कुर्सी उपलब्ध करवाया गया है हम चाहते हैं नगरपालिका सहयोग करें तो यह अच्छा गार्डन बन सकता है।