भारत सरकार प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत देश के 1 करोड़ परिवारों को मुफ्त में LPG सिलेंडर दे रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को उज्जवला योजना के विस्तार का ऐलान किया था। अब खबरों की मानें तो सरकार जून के दूसरे सप्ताह से इस योजना का अगला चरण शुरू कर सकती है। बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के अनुसार उज्जवला योजना का मौजूदा चरण भी पहले जैसा ही होगा। नियमों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि इस योजना के लिए कैसे आवेदन कर सकते हैं और इसके क्या फायदे हैं।
भारत सरकार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत घरेलू रसोई गैस कनेक्शन देती है। यह योजना पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सहयोग से चलाई जा रही है। गैस का कनेक्शन को परिवार की महिलाओं के नाम पर जारी किया जाता है। इससे महिलाओं के सशक्तिकरण में मदद मिलती है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को इस योजना से बहुत फायदा हुआ है।
अब तक 5 करोड़ से ज्यादा कनेक्शन दे चुकी है सरकार
पीएम नरेंद्र मोदी ने 1 मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना लॉन्च की थी। इस स्कीम के तहत बीपीएल परिवारों को 5 करोड़ से ज्यादा एलपीजी कनेक्शन दिए जा चुके हैं। उज्जवला योजना में बीपीएल परिवारों को एक एलपीजी कनेक्शन के लिए 1600 रुपये की वित्तीय सहायता मिलती है। 1600 रुपये प्रति कनेक्शन की कीमत में सिलेंडर, प्रेशर रेगुलेटर, बुकलेट, सेफ्टी हाउस आदि शामिल हैं और इसे सरकार उठाती है। चूल्हा ग्राहकों को खुद खरीदना पड़ता है।
कौन कर सकता है आवेदन
बीपीएल परिवार की कोई भी महिला इस योजना के तहत गैस कनेक्शन लेने के लिए आवेदन कर सकती है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में आवेदन के लिए पास के एलपीजी केंद्र में नो योर कस्टमर यानी केवाईसी फॉर्म जमा करना होगा। इसके साथ ही जन धन बैंक अकाउंट नंबर, घर के सभी सदस्यों का अकाउंट नंबर, आधार नंबर और घर का पता बताना पड़ता है। आवेदन के समय आपको 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर और 5 किलो वाले छोटे सिलेंडर में से किसी एक का चुनाव करना पड़ता है। इस योजना में अप्लाई करने के लिए इसका फॉर्म प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं।