ईरान की सरकार हिजाब के खिलाफ जारी प्रदर्शनों में हिस्सा लेने वाले किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ रही है। यहां तक कि ईरान के सुप्रीम लीडर आयातुल्लाह खामेनेई की भांजी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। दरअसल, सुप्रीम लीडर की भांजी फरिदेह मोरादखानी ने एक वीडियो जारी किया था। इसमें उन्होंने ईरान की सरकार को ‘हत्यारा’ और ‘बच्चों का कातिल’ बताया था। साथ ही आयातुल्लाह खामेनेई की तुलना जर्मनी के तानाशाह हिटलर और मुसोलिनी से की थी।
दूसरी तरफ के एक रिपोर्ट के मुताबिक ईरान की सरकार ने अपने एक फिल्ममेकर को भारत जाने की परमिशन नहीं दी। वैरायटी मैग्जीन के मुताबिक ईरान के फिल्ममेकर रेजा डोर्मशियान को गोवा में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के लिए आना था। जहां उनकी फिल्म ‘ए माइनर’ की स्क्रीनिंग होनी थी। लेकिन प्रदर्शनकारियों का समर्थन करने के कारण उन्हें इसकी परमिशन नहीं मिली। रेजा डोर्मशियान ने बताया कि इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया पर प्रदर्शन को सपोर्ट करने के कारण उन्हें भारत आने से रोका गया है।
जानी-मानी मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं फरिदेह
फरिदेह मोरादखानी एक जानी मानी मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं। उन्होंने वीडियो में दूसरे देशों की सरकारों से अपील कर कहा था कि वो ईरान से सभी संबंधों को खत्म कर दें। इस वीडियो को ऑलनाइन पोस्ट करने के दो दिन बाद ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। फरिदेह के वीडियो को उनके भाई ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था, जिसके बाद से प्रदर्शनकारी उसे खूब शेयर कर रहे हैं। उनके गिरफ्तार होने की जानकारी भी उनके भाई ने ही दी। फरिदेह पेशे से एक इंजिनीयर हैं, उनके पिता विपक्ष के बड़े नेता थे। जिन्होंने ख़ामेनेई की बहन से शादी की थी।
पेशी होने गईं तो गिरफ्तार कर लिया
फरिदेह के भाई महमूद मोरादखानी के मुताबिक उन्हें एक समन देकर पेश होने के लिए कहा गया था। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। अपनी वीडियो में फरिदेह ने प्रदर्शनकारियों के दमन की आलोचना की थी । उन्होंने इंटरनेशनल कम्युनिटी को भी कोई एक्शन नहीं लेने के लिए कोसा था और ईरान पर लगाए सैंक्शन्स को मजाक बताया था।
रैपर को करप्शन के चार्ज में फंसाकर गिरफ्तार किया
फरिदेह मोरादखानी पहली नहीं है जिसे प्रदर्शनकारियों को समर्थन करने पर गिरफ्तार किया है। रविवार को ज्यूडिशियल ऑथोरिटीज ने बताया कि ईरान के मशहूर रैपर तूमाज सलेही ने प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया है। इसके बाद उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा दिए गए हैं। जिसके चलते उन्हें मौत की सजा भी मिल सकती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक ईरान में हिजाब के खिलाफ प्रदर्शनों के चलते अभी तक 450 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 18,173 लोगों को डिटेन किया गया है।
प्रदर्शनकारियों से अलग-अलग तरीकों से निपट रही सरकार
ईरान में हिजाब के खिलाफ जारी प्रदर्शनों से निपटने के लिए वहां की सरकार अलग-अलग तरीके अपना रही है। कहीं प्रदर्शनकारियों की आंखों को निशाना बनाया जा रहा है तो कहीं उन्हें डिटेन करने के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दो महीनों से जारी प्रदर्शनों में अब तक 500 से ज्यादा लोग अपनी आंखों की रोशनी गवां चुके हैं। दो महीनों से ज्यादा समय से जारी ईरान के प्रदर्शनों में इसी तरह के अनोखे मामले सामने आए हैं।