इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बार फिर ईरान के मिसाइल हमलों का जवाब देने के अपने वादे को दोहराया। शनिवार को उन्होंने कहा कि जवाबी कार्रवाई करना इजरायल का दायित्व है और वह ऐसा करेगा। तेल अवीव में किरया सैन्य मुख्यालय से बोलते हुए नेतन्याहू ने कहा, ‘दुनिया का कोई भी देश अपने शहरों और नागरिकों पर इस तरह के हमलों को स्वीकार नहीं करेगा और इजरायल भी ऐसा नहीं करेगा।’ उन्होंने कहा, ‘इजरायल का इन हमलों का जवाब देना कर्तव्य है और इससे बचाव अधिकार है। वह ऐसा करेगा।’
मंगलवार को ईरान ने करीब 200 बैलिस्टिक मिसाइलों से इजरायल पर हमला किया। ज्यादातर मिसाइलों को इजरायली डिफेंस सिस्टम ने तबाह कर दिया या खुले क्षेत्र में गिरीं। लेकिन कुछ मिसाइलें जमीन पर गिरीं जिन्होंने इजरायल को कुछ नुकसान पहुंचाया। इसमें इजरायली एयरबेस भी शामिल था। इजरायली सेना ने कहा कि हमले में कोई भी विमान या महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को नुकसान नहीं हुआ है। इजरायली रक्षा बलों ने शनिवार को कहा कि प्रतिक्रिया ‘गंभीर और महत्वपूर्ण’ होगी।
हिजबुल्लाह को हम खत्म कर रहे
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने ज्यादातर बात लेबनान के हमलों को लेकर कही। उत्तरी इजरायल के लोगों को वापस उनके घरों में भेजने की प्रतिज्ञा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘लगभग एक महीने पहले, जैसे ही हम गाजा में हमास के बटालियनों के अंत की ओर बढ़े, हमने उत्तर के लोगों से किया गया वादा पूरा करना शुरू कर दिया।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमने हिजबुल्लाह के नेतृत्व को खत्म कर दिया। हमने राडवान फोर्स के कमांडरों को खत्म कर दिया, जिन्होंने गलील पर आक्रमण करने हमारे नागरिकों को मार कर 7 अक्टूबर से भी बड़ा नरसंहार करने की योजना बनाई थी।’
फ्रांस के राष्ट्रपति पर भड़के
नेतन्याहू ने दावा किया कि इजरायल ने हिजबुल्लाह के मिसाइल और रॉकेट भंडार का एक बड़ा हिस्सा तबाह कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘हमारे बहादुर सैनिक हमारी सीमाओं के करीब हिजबुल्लाह की ओर से गुप्त रूप से तैयार की गई आतंकी सुरंगों को नष्ट कर रहे हैं। हालांकि हमने अभी तक खतरने को हटाने का काम पूरा नहीं किया है। हालांकि हमने युद्ध का रास्ता बदल दिया है।’ इस दौरान उन्होंने फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों पर निशाना साधा। दरअसल राष्ट्रपति मैक्रों ने इजरायल को हथियार न देने की अपील की थी। इसे लेकर नेतन्याहू ने कहा कि उन्हें ऐसा बयान देते शर्म आनी चाहिए। हथियार मिले चाहे न मिले, जीत इजरायल की होगी।