लालबर्रा मुख्यालय से लगभग १८ किमी. दूर ग्राम पंचायत छतेरा अंतर्गत सुनारटोला से लगी वनभूमि में किये गये सागौन वृक्षारोपण क्षेत्र में नाली खोदकर सागौन वृक्षों को नुकसान पहुंचाने का मामला प्रकाश में आया है
जिसकी शिकायत मिलने पर ९ मार्च को उडऩदस्ता वनवृत्त बालाघाट की टीम द्वारा ग्राम छतेरा अंतर्गत सुनारटोला से लगे सागौन वृक्षारोपण क्षेत्र वनभूमि का निरीक्षण किया गया।
जिसमें पाया गया कि छतेरा निवासी देबीलाल पारधी के द्वारा वृक्षारोपण क्षेत्र के अंदर बिना किसी प्रकार की सूचना दिये जेसीबी मशीन के माध्यम से नाली का निर्माण करवाया गया है जिसमें सागौन वृक्षों को अवैध रूप से जड़ समेत उखाड़कर फेंक दिया गया है एवं काष्ठ का परिवहन करवा लिया गया है। वन विभाग द्वारा मौका स्थल पर छतेरा निवासी ग्रामीण बाबूलाल राहंगडाले जाति पंवार व भरतलाल रहांगडाले की मौजूदगी में पंचनामा तैयार किया गया
इस संबंध में दूरभाष पर चर्चा में उडऩदस्ता दल प्रभारी धमेन्द्र बिसेन ने बताया कि मौका स्थल पर जांच की गई जिसमें राजस्व व वनभूमि से लगे क्षेत्र में प्रथम दृष्टया नाली खुदी हुई मिली लेकिन ठूठ के साक्ष्य नहीं मिले, मौके पर शिकायतकर्ताओं के बताये अनुसार पंचनामा तैयार कर मामले को जांच के लिये संज्ञान में लिया गया है।
पद्मेश से दूरभाष पर चर्चा में ग्राम छतेरा निवासी देबीलाल पारधी ने बताया कि उनके द्वारा अपनी निजी भूमि का सीमांकन करवाने के बाद नाली का निर्माण करवाया गया है जिसमें पेड़ों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।